Bharatiya Nyaya Sanhita: भारत ने अपनी लोकप्रिय धारा 420 को कहा अलविदा, धोखाधड़ी के लिए चुना गया नया सेक्शन, लोगों ने दी प्रतिक्रिया

भारत में जब किसी आदमी को धोखेबाज, कपटी या बहुरूपिया कहना होता है तो उसे 420 कहा जाता है. इसका कारण है ब्रिटिश काल से मौजूद धोखाधड़ी के कानून से जुड़ी धारा 420, जो नई भारतीय न्याय संहिता के आगमन के साथ जा चुकी है. 

IPC, CrPC, Indian Evidence Act out! New criminal laws kick in from today
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST

भारत में जब किसी आदमी को धोखेबाज, कपटी या बहुरूपिया कहना होता है तो उसे 420 कहा जाता है. इसका कारण है ब्रिटिश काल से मौजूद धोखाधड़ी के कानून से जुड़ी धारा 420, जो नई भारतीय न्याय संहिता के आगमन के साथ जा चुकी है. 

ब्रिटिश काल के कानून भारतीय दंड संहिता (IPC), आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CRPC) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (IEA) को भारत ने अलविदा कह दिया. नए कानूनों में कई प्रावधान बदले और कई अपराधों की धाराएं भी बदल दी गईं. इन्हीं अपराधों में से एक है धोखाधड़ी और जालसाजी. धोखाधड़ी के अपराध अब तक धारा 420 के तहत आते थे. इसलिए लोकप्रिय तौर पर धोखाधड़ी  को 'चारसौबीसी' भी कहा जाता था. लेकिन नई भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyay Sanhita) में इसे धारा 318 के तहत रखा गया है. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने यह बात नोटिस की और अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. 

सोशल मीडिया ने क्या कहा?
"फुलाने आदमी अब 420 नहीं रहेंगे, 318 हो जाएंगे." 
धोखाधड़ी की नई धारा को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के ज्यादातर लोगों की यही प्रतिक्रिया थी. हालांकि लोगों को शिकायत थी कि नई धारा के जिक्र में वैसा मजा नहीं आएगा, जैसा पहले आता था. एक यूजर ने लिखा, "एक नंबर का 420 आदमी है सुनने में कितना सुखद लगता है. एक नंबर का 318 आदमी है बोलने में कोई तुक बन रहा है?" 

एक अन्य यूजर ने लिखा, "अमृत काल में 420 अब 318 है. दुख की बात है कि श्री 318 बोलने में वैसा मजा नहीं है."

किसी सोशल मीडिया यूजर ने कहा कि उसे यह बदलाव जम नहीं रहा, तो किसी ने इसे 'अंकों का पतन' बताया.

पॉप-कल्चर का हिस्सा है धारा 420
धारा 420 दरअसल आजादी के बाद से सिनेमा और कहावतों के जरिए लोकप्रिय संस्कृति का हिस्सा बन गई है. लोग आमतौर पर किसी कपटी या धोखेबाज आदमी को 420 बुलाते थे. इसके अलावा 1955 में रिलीज हुई राज कपूर की बॉलीवुड फिल्म श्री 420 में फिल्म का हीरो बॉम्बे में जिन्दगी गुजारने के लिए कई बार अपनी पहचान बदलता है. अंत में उसे सच्चाई का महत्व पता चलता है. 

वहीं 1997 में रॉबिन विलियम्स की 'मिसेज डाउटफायर' की रीमेक चाची 420 के रिलीज होने के बाद धारा 420 को बॉलीवुड में और अधिक लोकप्रियता मिली. यहां कमल हासन ने तलाक के बाद अपनी बेटी के पास रहने के लिए एक दाई का रूप धारण किया था. कमल का किरदार 'लक्ष्मी गोडबोले' देशभर में पसंद किया गया था. 

वरिष्ठ वकील और सांसद महेश जेठमलानी ने भी पहले कहा था कि उन्हें आईपीसी के कुछ हिस्सों की याद आएगी, खासकर धारा 420 की जो हर किसी के दिमाग में अंकित है. महेश जेठमलानी ने 2023 में राज्यसभा में तीन आपराधिक संशोधन विधेयकों पर बहस के दौरान कहा था, "मैं 42 साल से [कानूनी] प्रैक्टिस में हूं. हालांकि पुराने को नए के लिए रास्ता देना होगा, लेकिन इसके कुछ हिस्से हैं जिन्हें हम याद करेंगे. धारा 420 हमारे दिमाग में अंकित है." 

वरिष्ठ वकील और सांसद महेश जेठमलानी ने 2023 में कहा, "कभी-कभी, हमारे माता-पिता हमें डांटते थे, तो कहते थे 'चारसौबीसी मत करो,' हमें इसकी कमी खलेगी." 

 

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