इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन लोकसभा के सबसे युवा सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने शिरकत की. पुष्पेन्द्र सरोज ने यूथ को राजनीति से जोड़ने को लेकर चर्चा की. समाजवादी पार्टी के सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने राजनीति में युवाओं की भागीदारी पर बात की.
पुष्पेन्द्र सरोज लोकसभा में सबसे कम उम्र के सांसद हैं. पुष्पेन्द्र सरोज उत्तर प्रदेश के कौशांबी से सांसद हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में पुष्पेन्द्र सरोज ने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा. पुष्पेन्द्र सरोज ने लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी विनोद सोनकर को 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराया.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में समाजवादी पार्टी के 25 वर्षीय सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने अपने अनुभव शेयर किए. पुष्पेन्द्र सरोज ने बताया कि संसद में बैठकर वरिष्ठ नेताओं के बीच अपनी आवाज़ बुलंद करना कितना महत्वपूर्ण है. सरोज ने कहा, "जब आपको बोलने का मौका मिलता है तो सभी सुनते हैं. यह संसद की खूबसूरती है"
युवाओं के मुद्दे
सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने युवाओं के मुद्दों पर बात की. उन्होंने बताया कि 65% इंडियन पॉपुलेशन 35 वर्ष से कम उम्र की है. उन्होंने कहा, युवाओं को राजनीति में शामिल होना चाहिए और अपनी आवाज़ बुलंद करनी चाहिए. युवा सांसद ने बेरोजगारी को युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती बताया. उन्होने कहा कि यह मुद्दा संसद में अधिक चर्चा का विषय होना चाहिए.
राजनीति में चुनौती
पुष्पेन्द्र सरोज ने राजनीति में आने वाली चुनौतियों पर भी बात की. उन्होंने कहा, मैं यह नहीं छिपाता कि मेरे पिता के पॉलिटिक्स में होने की वजह से मुझे राजनीति में एंट्री मिली लेकिन मैंने चुनाव लड़ा और लोगों ने मुझे मैनडेट दिया. पुष्पेन्द्र सरोज ने कहा कि राजनीति में शामिल होने के लिए युवाओं को प्रेरित करना महत्वपूर्ण है.
सरोज ने कहा कि, आपके पास कोई होना चाहिए जिसे आप फॉलो कर सकें. नौजवान धर्म पर डिस्कशन नहीं करना चाहते हैं वो असली मुद्दों पर बात करना चाहते हैं. उससे पहले मुझे इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. इसके बाद शायद यूथ पॉलिटिक्स में आने के बारे में स्टेप ले सकें.
सोशल मीडिया कितना जरूरी?
सरोज ने सोशल मीडिया की भूमिका पर भी चर्चा की और कहा कि यह युवाओं को राजनीति से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है. उन्होंने कहा, सोशल मीडिया ने मैसेज को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सरोज ने कहा कि जब पॉलिटिक्स की बात आती है को पुराने तरीके पर लौटना होगा. जमीनी स्तर पर लोगों से मिलना और उनकी समस्याओं को समझना राजनीति का मूल मंत्र है.
पसंदीदा नेता
पुष्पेन्द्र सरोज ने बातचीत के दौरान अपने पसंदीदा नेताओं के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि वे केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अपनी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को बहुत मानते हैं. पुष्पेन्द्र सरोज ने कहा, नितिन गडकरी जी का काम करने का तरीका बहुत प्रभावशाली है.
पुष्पेन्द्र सरोज ने बताया कि संसद में एक घंटे का प्रश्न काल होता है. इस दौरान कैबिनेट मंत्रियों से सवाल-जवाब होते हैं. बाकी मंत्रियों के दौरान बहुत ज्यादा शोर-शराबा होता है लेकिन जब नितिन गडकरी होते हैं तो सभी शांत रहते हैं. सभी लोग उनको ध्यान से सुनते हैं. उन्होंने अखिलेश यादव को एक दूरदर्शी नेता बताया जिन्होंने उन्हें लोकसभा टिकट दिया और उन पर विश्वास किया. एक 25 साल के नए लड़के को टिकट देना आसान नहीं होता है. वो यूथ को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं.
राजनीति में आएं युवा
आखिर में समाजवादी पार्टी के सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने युवाओं को राजनीति में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा, आपकी आवाज़ महत्वपूर्ण है और आपको राजनीति में भाग लेना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को राजनीति में शामिल होकर बदलाव लाने की कोशिश करनी चाहिए. जब यूथ ग्राउंड पर आते हैं तो बदलाव जरूर होते हैं. उनको पॉलिटिक्स से जरूर जुड़ना चाहिए.