इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई के मंच से पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज लीडर पी चिदंबरम ने आरक्षण को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार आरक्षण को खत्म करने या कम करने में संकोच नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लोकसभा चुनाव में बहुमत नहीं मिलने के बावजूद संविधान बदलने की योजना बना रही है. पूर्व वित्त मंत्री ने EWS आरक्षण को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाया.
'आरक्षण खत्म करने में संकोच नहीं करेग सरकार'
कांग्रेस के दिग्गज लीडर पी चिदंबरम से जब पूछा गया कि कांग्रेस ने जानबूझकर यह दुष्प्रचार किया कि संविधान खतरे है और बीजेपी चुनाव जीतेगी तो आरक्षण हटा देगी? इस सवाल के जवाब में चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी संविधान में बदलाव करेगी. इसके लिए उनकी तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव में बहुमत नहीं मिलने के बाद भी बीजेपी संविधान बदलने की योजना बना रही है. सरकार आरक्षण खत्म करने या उसे कम करने में कोई संकोच नहीं करेगी.
'आरक्षण को कमजोर कर रहा EWS कोटा'
देश के पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि 10 फीसदी EWS कोटा आरक्षण को कमजोर करता है. उन्होंने कहा कि 5 जजों ने 3:2 के बहुमत से फैसला सुनाया है. चिदंबरम ने पूछा कि क्या किसी ने 2 जजों को असहमति को पढ़ा? पी चिदंबरम ने कहा कि एक दिन इस फैसले को पलटा जा सकता है और उम्मीद है कि ये जल्द ही होगा.
एक लाख रुपए देने की योजना का जिक्र-
जब कांग्रेस नेता से पूछा गया कि कांग्रेस ने चुनाव में जीत मिलने पर महिलाओं को एक लख रुपए देने का वादा किया था? इस सवाल के जवाब में चिदंबरम ने कहा कि बीपीएल के तहत आने वाली महिलाओं को मदद मिलनी थी. गरीब परिवार की महिलाओं को एक लाख रुपए दिए जाने थे.
'पाकिस्तान की बात करते, विपक्ष की नहीं'
पी चिदंबरम ने कहा कि हम लोग बांग्लादेश, पाकिस्तान और वेनेजुएला के बारे में बात करते हैं. लेकिन विपक्ष के सामने खड़ी की गई दिक्कतों को लेकर कुछ नहीं करते. हमने बीजेपी को बहुमत तक पहुंचने का लक्ष्य था, जिसे हमने पूरा कर लिया.
कांग्रेस लीडर ने कहा कि तमिलनाडु या केरल के परिणाम से मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ. कर्नाटक और तेलंगाना में कम सीटें जीतने पर अचंभा हुआ. उन्होंने कहा कि हिंदी पट्टी में कांग्रेस को मिली जीत से आश्चर्य जरूर हुआ.
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