Bharat vs India Row: भारत और इंडिया नाम कैसे पड़ा... पहले क्या था देश का नाम... यहां जानिए नामों की पूरी कहानी

विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन बनाने के बाद से ही सत्ताधारी पक्ष के लोग इंडिया शब्द पर आपत्ति जता रहे हैं. एक बार फिर देश के नाम भारत या इंडिया पर बहस छिड़ गई है. इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस मुद्दे को उठाया है. भारत को इंडिया, आर्यावर्त सहित कई नामों से जाना जाता है. आइए इन नामों की कहानी जानते हैं. 

Bharat
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 12 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST
  • महाराजा दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र भरत के नाम पर देश का नाम रखा गया भारत 
  • भारत का सबसे पुराना नाम है आर्यवर्त 

एक बार फिर देश के नाम पर बहस छिड़ गई है. इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने इस मुद्दे को उठाया है. दरअसल, आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले नोएडा में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि अपने देश को इंडिया (India) नहीं बल्कि भारत (Bharat) कहना चाहिए. होसबाले ने कहा कि देश को दो नामों से क्यों जाना जा रहा. इसपर प्रश्न उठाना चाहिए. 

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति आवास पर भोज के लिए निमंत्रण में रिपब्लिक ऑफ भारत लिखा. उन्होंने कहा कि भारत को इंडिया नहीं कहना चाहिए. यह इंग्लिश में इंडिया है और भारत के वासियों के लिए भारत है. उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है दुनिया में कहीं. उन्होंने कहा कि भारत एक जीवन दर्शन है, आध्यात्मिक प्रतिभूत है. विश्व को संदेश देने वाला विश्वगुरु है. आरएसएस नेता के बयान पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस सांसद के.सुरेश, सीपीआई सांसद पी संतोष कुमार सहित कई विपक्षी नेताओं ने पटलवार किया है. आपको मालूम हो कि भारत को इंडिया, आर्यावर्त सहित कई नामों से जाना जाता है. आइए इन नामों की कहानी जानते हैं. 

इंडिया शब्द पर जता रहे आपत्ति
आपको मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों ने I.N.D.I.A. नाम से अपना गठबंधन बनाया था.  इस I.N.D.I.A. का फूल फॉर्म है इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस. इस अलायंस के बनने के बाद से ही सत्ताधारी पक्ष के लोग इंडिया शब्द पर आपत्ति जता रहे हैं. वे देश का नाम हर जगह इंडिया की जगह भारत चाह रहे हैं. हमारे संविधान के अनुच्छेद-1 में भारत को लेकर दी गई जिस परिभाषा में इंडिया दैट इज भारत यानी इंडिया अर्थात भारत के जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, उसमें से सरकार इंडिया शब्द को निकालकर सिर्फ भारत शब्द को ही रहने देने पर विचार कर रही है.    

प्राचीन ग्रंथों में देश के हैं अलग-अलग नाम 
हमारे प्रचीन ग्रंथों में देश के अलग-अलग नाम जैसे आर्यावर्त, भारतखंड, जम्बूद्वीप, हिमवर्ष, अजनाभ वर्ष, भारत का उल्लेख है. बाद कुछ इतिहासकारों ने हमारे देश का नाम हिंदुस्तान,हिंद, भारतवर्ष और इंडिया दिए. इन नामों में भारत नाम सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. 

ऐसे पड़ा भारतवर्ष नाम 
विष्णु पुराण में बताया गया है कि ऋषभदेव के बड़े पुत्र का नाम भरत था. ऋषभदेव ने अपना उत्तराधिकारी भरत को बनाया था. भरत प्रथम चक्रवर्ती सम्राट थे. भरत के नाम पर ही देश का नाम भारतवर्ष पड़ा. इसका उल्लेख कई जैन ग्रंथों और प्राचीन शिलालेखों में है. संस्कृत में वर्ष का अर्थ इलाका या हिस्सा भी होता है.

... तो इसलिए कहा जाने लगा भारत 
देश का भारत नाम रखने के पीछे भी कहानी है. कई भारतीय धर्म ग्रंथों में इस बात का उल्लेख है कि भरत नाम के कई प्रतापी व्यक्ति हुए हैं, जिनके नाम पर देश का नाम भारत रखा गया. एक धार्मिक मान्यता है कि महाभारत में हस्तिनापुर के महाराजा दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र भरत के नाम पर देश का नाम भारत रखा गया. एक चक्रवर्ती सम्राट भरत थे, जिन्हें चारों दिशाओं की भूमि का स्वामी कहा जाता था. दूसरी धार्मिक मान्यता है कि भगवान राम के छोटे भाई भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा. तीसरी मान्यता है कि नाट्यशास्त्र में जिन भरतमुनि का जिक्र है, उन्हीं के नाम पर देश का नाम रखा गया. मत्स्यपुराण में उल्लेख है कि मनु को प्रजा को जन्म देने वाले वर और उसका भरण-पोषण करने के कारण भरत कहा गया. 

कैसे मिला इंडिया नाम 
भारत को अंग्रेज़ी में इंडिया नाम इसलिए पड़ा क्योंकि सिंधु नदी का अंग्रेज़ी नाम 'इंडस' है. सिंधु घाटी को इंडस वैली भी कहा जाता है. अंग्रेज़ों को पता चला कि भारत की सभ्यता सिंधु घाटी में है, तो उन्होंने भारत को इंडिया कहना शुरू कर दिया. कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि अंग्रेजों को भारत या हिंदुस्तान कहने में मुश्किल लगता था और इंडिया कहना काफी आसान. तभी से भारत को इंडिया कहा जाने लगा. अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद भी भारत का अंग्रेजी नाम इंडिया ही इस्‍तेमाल किया जाता है.

कैसे रखा गया हिंदुस्तान नाम 
हिंदू और हिंद दोनों शब्द इंडो-आर्यन या संस्‍कृत शब्‍द सिंधु यानी सिंधु नदी या उसके क्षेत्र से आए हैं. साल 262 के सिंध को सासानी सम्राट शापुर प्रथम के नक्श-ए-रुस्तम शिलालेख में हिंदुस्तान लिखा गया था. इतिहासकारों के मुताबिक मध्य युग में तब तुर्क और ईरानी यहां आए तो उन्होंने सिंधु घाटी से प्रवेश किया. वो लोग 'स' अक्षर का उच्चारण 'ह' बोलकर करते थे. इस तरह सिंधु का अपभ्रंश हिंदू हुआ. इसी से हमारे देश का नाम हिंदुस्तान हो गया. कालांतर में हिंदू शब्द से हिंदुस्तान का जिक्र होने लगा.

जम्‍बूद्वीप नाम की कहानी 
जामुन के फल को संस्कृत में जंबू कहा जाता है. हमारे देश में किसी समय जामुन के ढेर सारे पेड़ थे. इसी कारण देश का नाम जम्बूद्वीप मिला.जम्बूद्वीप नाम का इस्‍तेमाल प्राचीन शास्‍त्रों में भारत शब्द के प्रचलन में आने से पहले किया गया था. विष्णु पुराण अध्याय 2 में जम्बू वृक्ष के फलों को हाथियों जितना बड़ा बताया गया है और जब वे सड़ जाते हैं और पहाड़ों की चोटी पर गिरते हैं, तो उनके व्यक्त रस से रस की एक नदी बन जाती है. उस नदी या जगह को परिभाषित करने के लिए जम्बूद्वीप नाम दिया गया था. भारत के लिए अंग्रेजी शब्द इंडिया की शुरुआत से पहले कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में जम्बूद्वीप भारत के लिए ऐतिहासिक शब्द था. 

कहा जाता था आर्यावर्त
भारत को सबसे पहले आर्यवर्त कहा जाता था. कहा जाता है कि आर्य भारत के मूल निवासी थे. वो समुद्री रास्तों से यहां पहुंचे और आर्यों द्वारा इस देश को बसाया गया था. इसकी वजह से इस देश को आर्यावर्त या आर्यों की भूमि कहा गया. मनु स्मृति में हिमालय और विंध्य पर्वतमाला के बीच बंगाल की खाड़ी से अरब सागर तक के क्षेत्र को आर्यवर्त नाम दिया गया है. 

भारत खंड और हिमवर्ष 
कई धर्म ग्रंथों जैसे वेद, पुराण, रामायाण और महाभारत में भारत खंड नाम दिया गया है. इसका अर्थ है भारत का भाग यानी भारत की भूमि को बताने के लिए भारत खंड कहा गया. आपको मालूम हो कि हिमालय के नाम पर हमारे देश को हिमवर्ष भी कहा जाता था. वायु पुराण में उल्लेख है कि बहुत पहले भारतवर्ष का नाम हिमवर्ष था. भारत को हिब्रू में होडु भी कहा जाता है. इसका जिक्र यहूदी तनाख और ईसाइयों के पुराने नियम के एस्‍तेर भाग की किताब में किया गया है. भारत के लिए इंडिका का इस्‍तेमाल सबसे पहले मेगास्‍थनीज ने किया था. एस्पेरांतो नाम बाराटो भी भारत का एक रूप है.


 

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