नए साल पर भारत-पाकिस्तान के सैनिकों ने कुछ इस अंदाज में एक-दूसरे को किया विश

भारतीय और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने नए साल के अवसर पर चार स्थानों पर मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया. इस कदम का मकसद जम्मू और कश्मीर में शांति और सद्भाव को बढ़ाना है.

भारत-पाक सैनिकों ने दी बधाई
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:50 PM IST
  • नए साल पर भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया.
  • इस कदम का मकसद जम्मू-कश्मीर में शांति और सद्भाव को बढ़ाना है.

आज से नया साल शुरू हो गया है. इस मौके पर देश-दुनिया के तमाम बड़े नेताओं, फिल्म स्टार्स, खिलाड़ियों और सेलिब्रिटीज ने लोगों को नए साल की शुभकामनाएं दीं. नए साल पर भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना ने भी मिठाइयों का आदान-प्रदान किया. साल 2022 की शुरुआत में, आपसी विश्वास और शांति को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना ने पुंछ और मेंढर क्रॉसिंग पॉइंट्स पर पाकिस्तानी सेना के साथ मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया. 

भारत-पाकिस्तान सीमा पर चल रहे संघर्ष विराम को ध्यान में रखते हुए, भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के साथ मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया. इस कदम का मकसद जम्मू और कश्मीर में शांति और सद्भाव को बढ़ाना है. गर्मजोशी भरे संकेत के रूप में, भारतीय और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने नए साल के अवसर पर चार स्थानों पर मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया. अधिकारियों ने कहा कि ये स्थान मेंढर हॉट स्प्रिंग्स क्रॉसिंग पॉइंट, पुंछ रावलाकोट क्रॉसिंग पॉइंट, चकोटी उरी क्रॉसिंग पॉइंट और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ चिलियाना तिथवाल क्रॉसिंग पॉइंट हैं. 

पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मधुर करने की कोशिश

सालों से भारत ने इस क्षेत्र में शांति बनाये रखने के लिए इस तरह के सद्भावना को बढ़ावा दिया है. साथ ही इनके माध्यम से पाकिस्तान के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को मधुर और मजबूत करने की लगातार कोशिश की है. अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल फरवरी में संघर्ष विराम समझौते के बाद, नियंत्रण रेखा पर लंबे समय तक शांति रही है. लोगों ने नियंत्रण रेखा (LoC) से लगे गांवों में शांति बनाए रखने के लिए भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की है. यह इशारा जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास हासिल करने की दिशा में किए गए ऐसे कई प्रयासों में से एक है. सेना के इन सकारात्मक प्रयासों से एलओसी पर शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी. 

 

 

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