1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया. केंद्रीय बजट 2023-24 में रेलवे को 2.41 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो इस क्षेत्र के लिए अब तक का सबसे अधिक पूंजी परिव्यय है. बजट को घोषणा के बाद, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेलवे अपने लिए आवंटित इस बजट का उपयोग कैसे करेगा और उनकी क्या योजनाएं हैं.
स्टेशनों का हो रहा है रिडेवलपमेंट
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के लिए 2.41 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. यह एक बड़ा बदलाव है और यह यात्रियों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा. आपको बता दें कि 'अमृत भारत स्टेशन' योजना के तहत 1,275 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है.
वंदे भारत ट्रेनों के उत्पादन को नया रूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण अब हरियाणा के सोनीपत और महाराष्ट्र के लातूर में भी किया जाएगा. अब तक आईसीएफ चेन्नई में ही वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण हो रहा था. वैष्णव का कहना है कि यह हर कोने को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ने के पीएम मोदी के सपने को पूरा करेगा.
आएंगी हाइड्रोजन ट्रेनें
अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि देश में इस साल दिसंबर तक हाइड्रोजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें होंगी. हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर 2023 तक आएगी और इसे भारत में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा. सबसे पहले, यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में इसे अन्य स्थानों पर विस्तारित किया जाएगा.