Indian Railway: इस डिवाइस से अब स्टेशन पर ही मिलेगा ऑनलाइन टिकट, अचानक सफर करने वाले मुसाफिरों को होगा फायदा

Indian Railway New Device: रेलवे ने टिकट बुकिंग की एक नई व्यवस्था शुरू की है. जिससे अचानक सफर करने वाले मुसाफिरों को फायदा होगा. इसके जरिए मुसाफिरों को ट्रेन में कन्फर्म टिकट मिलने की उम्मीद बढ़ जाएगी.

रेलवे के नए डिवाइस से स्टेशन पर ही ऑनलाइन टिकट बुक होगा
वरुण सिन्हा
  • नई दिल्ली,
  • 24 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:10 AM IST

रेलवे का प्रयास है कि यात्रियों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाए. इसको लेकर रेलवे लगातार सजग भी है. आमतौर पर जब भी आप यात्रा करते हैं तो पहले से ट्रेन में टिकट बुक कराते हैं, लेकिन कई बार अचानक आपको कहीं जाना पड़ जाए, तो तुरंत ट्रेन में टिकट बुक होना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में रेलवे के ऑनलाइन टिकट सिस्टम से यात्रियों की ये परेशानी भी हल होनी शुरू हो गई है.

सीट मिलने में होगी आसानी-
रेलवे ने हैंड हेल्ड टर्मिनल यानी एचएचटी डिवाइस से ये पता किया जा सकता है कि यात्रियों को अगर ट्रेन में जगह चाहिए, तो क्या ट्रेन में जगह खाली है या नहीं. इस नए डिवाइस की मुसाफिरों को मदद मिलेगी. इसके जरिए ये पता चल जाएगा कि किस कोच में सीट खाली है. अगर किसी कोच में कोई सीट खाली है या किसी मुसाफिर ने टिकट कैंसिल किया है तो इसके जरिए उसकी जानकारी मिलेगी और उस सीट को अलॉट किया जा सकता है.

ऑनलाइन बुक किया जा सकता है टिकट-
इसके लिए इस डिवाइस के जरिए टीटीई से संपर्क करने के बाद ये साफ हो जाएगा कि सीट खाली है या नहीं. उसके बाद यात्री तुरंत उस सीट की बुकिंग के लिए अप्लाई कर सकता है. इसमें टीटीई को अभी ये अधिकार नही दिए गए है, जिसमें वो सीट खुद बुक कर दे. इसलिए इस सिस्टम को ऑनलाइन बुकिंग के हिसाब से रखा गया है.
अब तक रेलवे की तरफ से करीब 42300 डिवाइस अलग-अलग जोनल में टीटीई को दी गई है. इसके अलग चार जोन जैसे पश्चिम रेलवे, दक्षिण रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे, दक्षिण मध्य रेलवे के साथ उत्तर रेलवे ने काफी हद तक इस डिवाइस को आम लोगों की सुविधा के लिए टीटीई को दिया है.

सिर्फ 4 जोन में शुरू की गई है व्यवस्था-
रेलवे की माने तो अभी केवल 4 जोन में इस डिवाइस से ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था शुरू किया गई है. लेकिन 2024 तक सेंट्रल रेलवे, नॉर्थन रेलवे भी पूर्णतया इस डिवाइस को यात्रियों की सुविधा के लिए टीटीई को देंगे.
असल में अगर इस डिवाइस के काम करने की प्रवत्ति को समझे तो ये डिवाइस सीधे रेलवे के सर्वर से कनेक्ट होती है. जिससे बर्थ और खाली सीट की जानकारी आसानी से मिल जाती है. इसके बाद यात्री अगले स्टेशन से सीट बुक करा सकता है या फिर आरएसी के लिए उसी स्टेशन से अप्लाई कर सकता है.

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