चक्रवात जवाद (Cyclone Jawad) की वजह 95 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. चक्रवात जवाद सऊदी अरब की तरफ से आने वाला तूफान है. ये 95 ट्रेने 3 और 4 दिसंबर तक के लिए रद्द की गई हैं. पिछले 6 महीने में ऐसा पहली बार है जब किसी तूफान की वजह से ट्रेनों को रोक दिया गया है. इस तूफान गुरुवार तक कुछ और ट्रेनें भी रद्द हो सकती हैं
तूफान की वजह से ये ट्रेनें हुई रद्द
ईस्ट कोस्ट रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर विश्वाजीत साहु ने इंडिया टूडे को बताया कि चक्रवाती तूफान जवाद (Jawad Tufaan) के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर 95 ट्रेनों को रद्द किया गया है. साहू ने कहा कि ईस्ट कोस्ट रेलवे (East Coast Railways) की तरफ से संचालित व इस क्षेत्र से गुजरने वाली अप-एंड-डाउन (Up and Down Trains) मिलाकर 95 ट्रेनों को 3 और 4 दिसंबर के लिए रद्द किया गया है. आईएमडी-जीएफएस मॉडल के पूर्वानुमान के मुताबिक , चक्रवात जवाद तटीय ओडिशा को अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में प्रभावित कर सकता है जिसकी हवा की गति 160 किमी प्रति घंटे से ज्यादा है.
2 दिसंबर से ही रद्द रहेंगी ट्रेनें
तूफान के मद्देनजर 2 दिसंबर से ही पूरी नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस दोनों ओर से रद्द कर दी गई है. धनबाद से चलने वाली एलेप्पी एक्सप्रेस तीन को रद्द रहेगी. इस ट्रेन के 6 दिसंबर को अलेप्पी से भी रद्द रहने की संभावना है. इनके साथ ही 4 दिसंबर को भुवनेश्वर नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, पुरी आनंद विहार नंदनकानन एक्सप्रेस, पुरी आनंद विहार नीलांचल एक्सप्रेस समेत कई अन्य ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं.
तूफान यास के बाद 6 महीने बाद हुई ट्रेन रद्द
6 महीने में ऐसा दूसरी बार हुआ है कि जब तूफान ने ट्रेनों का रास्ता रोक दिया है. इससे पहले मई के अंतिम सप्ताह में चक्रवात यास, की वजह से ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था पश्चिम बंगाल, ओडिशा और दक्षिण भारत की ट्रेनें कई दिनों के लिए रद्द की गई थी. इस बार भी परिस्थिति बिल्कुल वैसी ही है. पूर्व तटीय रेलवे ने तूफान को के खतरे को देखते हुए फिलहाल 95 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। गुरुवार तक कुछ और ट्रेनें भी रद्द हो सकती हैं.
रेलवे ने एहतियातन उठाया कदम
अंडमान सागर के पास से जन्म लेने वाला चक्रवात इस बार बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ अरब सागर और हिंद महासागर को भी प्रभावित कर रहा है. ऐसे में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. बारिश से रेलवे ट्रैक पर जलजमाव हो सकता है. रेलवे की सिगनलिंग सेवा समेत दूसरे उपकरण प्रभावित हो सकते हैं. बिजली के पोल भी भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हो सकते हैं. यही वजह है कि रेलवे ने एहतियात के तौर पर तूफान प्रभावित रेल मार्गों पर चलने वाली ट्रेनों को पहले ही रद्द कर दिया है.
रेल यात्रियों पर दोहरी मार
तूफान की वजह से एकाएक ट्रेनों के रद्द होने से रेल यात्रियों पर दोहरी मार पड़ गई है. कोहरे की वजह से पहले ही रेलवे ने देश के कई हिस्सों में जाने वाली ट्रेनों को एक दिसंबर से एक मार्च तक रद्द कर दिया है. दर्जनों ट्रेनों के फेरे भी घटा दिए गए हैं कोहरे के साथ साथ अब चक्रवात के कारण भी ट्रेनें प्रभावित रहेंगी.