Indian Railways: महंगा हुआ रेलवे का सफर, 130 ट्रेनों का बढ़ गया किराया..जानिए किस श्रेणी में कितना बढ़ा किराया

Indian Railways: इंडियन रेलवे ने आम आदमी को एक बार फिर झटका दिया है. अचानक हुए इस फैसले से आम लोगों के जेब पर भार बढ़ने वाला है. बता दें, रेलवे ने 130 ट्रेनों का किराया बढ़ा दिया है. खास बात ये है कि सुविधाओं में बिना किसी बढ़ोतरी के ये किराए बढ़ाए गए हैं.

Fare increased for 130 trains
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 2:54 PM IST
  • 130 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा देकर बढ़ाया गया किराया
  • यह व्यवस्था 1 अक्टूबर से लागू कर दी गई है

भारतीय रेलवे (Indian Railway)ने देश भर में 130 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा देकर सभी श्रेणियों के किराए में भारी वृद्धि कर दी है. रेलवे ने ट्रेनों के एसी-1 और एग्जीक्यूटिव क्लास में 75 रुपये प्रति यात्री, एसी-2,3 चेयर कार में 45 रुपये और स्लीपर श्रेणी की ट्रेनों में 30 रुपये प्रति यात्री किराए में वृद्धि की है. इस तरह से पीएनआर (6 यात्रियों) की बुकिंग में यात्रियों को एसी-1 में 450 रुपये, एसी-2-3 में 270 रुपये और स्लीपर में 180 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा. यह व्यवस्था 1 अक्टूबर से लागू कर दी गई है.

सुविधाओं में कोई इजाफा नहीं 

हालांकि इन सभी ट्रेनों में खानपान, यात्री सुरक्षा या सुविधाओं में कोई इजाफा नहीं किया गया है. केवल सुपरफास्ट में तब्दील करके किराया बढ़ा दिया गया है.रेलवे के नियमों के मुताबिक 56 किमी प्रति घंटे की औसत रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों को टाइम टेबल में सुपरफास्ट का दर्जा दिया जाता है.

जानकारों का कहना है कि भारतीय रेलवे पिछले 45 सालों से ट्रेनों की औसत रफ्तार बढ़ाने में नाकाम रही है. इसमें चार दशकों से मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत गति 50 से 58 किमी प्रति घंटा है, जबकि रेलवे की प्रीमियम राजधानी, शताब्दी, दुरंतो ट्रेनों आदि की औसत गति 70-85 किमी प्रति घंटे है. करीब 15-20 फीसदी ट्रेनें समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाती हैं. करीब 60 फीसदी ट्रेनें 15-20 मिनट देरी से पहुंचती हैं.

लाखों यात्री नहीं कर पाएंगे यात्रा!

बता दें कि नई रेलवे टाइम टेबल 2022-23 में बड़ी संख्या में पैसेंजर ट्रेनों को मेल-एक्सप्रेस का दर्जा दिया गया है. इसका सीधा मतलब है कि प्रतिदिन यात्रा करने वाले लाखों यात्री इन ट्रेनों में यात्रा नहीं कर पाएंगे, क्योंकि किराया बढ़ा दिया गया है. इतना ही नहीं बिना टिकट यात्रा करने पर किराया और जुर्माना दोनों वसूला जाएगा. इसके अलावा मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में किराए के अलावा रिजर्वेशन चार्ज, सुपरफास्ट चार्ज समेत जीएसटी लगता है.

उदाहरण के लिए टाइम टेबल 2022-23 में दिल्ली-भटिंडा (ट्रेन नंबर 20409) पैसेंजर ट्रेन को मेल-एक्सप्रेस का दर्जा दिया गया है. इसकी दूरी 298 किमी है, जबकि रेलवे के नियमों के अनुसार पैसेजर ट्रेनें 325 किमी तक चलती हैं. इतना ही नहीं इस ट्रेन को सुपरफास्ट का दर्जा भी दिया गया है. दिल्ली-सहारनपुर (ट्रेन नंबर 20411) को पैसेंजर टू मेल-एक्सप्रेस का दर्जा दिया गया है, जबकि दिल्ली-सहारनपुर की दूरी 181 किलोमीटर है.

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