इंडियन रेलवे (Indian Railway) यात्रियों की हर सहूलियत का ध्यान रखती है. अब इस सुविधा में एक और चीज जुड़ने जा रही है. इससे लाखों रेल यात्रियों को फायदा होगा. एक पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के तहत भारतीय रेलवे ने स्टेशन पर ही टिकट की तरह रेल यात्रियों को आटा और चावल बेचने का फैसला किया है. वह भी किफायती दाम पर. इसके लिए परमिशन रेलवे मिनिस्ट्री (Railway Ministry) से मिल गया है. रेलवे के इस फैसले से जहां आप यात्रा के दौरान अपनी सहूलियत से राशन खरीदकर समय बचा सकेंगे, वहीं जेब से अधिक पैसे भी नहीं खर्च होंगे.
भारतीय रेलवे ने मिलाया है हाथ
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास समय की काफी किल्लत हो गई है. कई बार देखा गया है दिल्ली, मुंबई, चेन्नई जैसे शहरों में लोग ऑफिस से घर आते समय स्टेशन के पास लगे रेहड़ी-पटरी से सब्जी खरीद लेते हैं. कुछ महिला यात्री तो ट्रेन में यात्रा के समय इन्हें काट भी लेती हैं. इससे उनके समय की बचत होती है. इन्हीं सब को देखते हुए इंडियन रेलवे ने स्टेशन पर ही आटा और चावल बेचने का फैसला किया है. इसके लिए भारतीय रेलवे ने उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के साथ हाथ मिलाया है.
इस समय खरीद सकते हैं आटा और चावल
रेलवे बोर्ड ने इस पायलट प्रोजेक्ट अभी तीन महीने के लिए लॉन्च करने का फैसला किया है. यदि यह प्लान सफल होता है तो इसे हमेशा के लिए लागू कर दिया जाएगा. इसके तहत चयनित स्टेशन पर एक वैन को खड़ा किया जाएगा जाएगा, जिस पर शाम को दो घंटे सस्ते चावल और आटे की बिक्री की जाएगी. इसके बाद मोबाइल वैन स्टेशन परिसर से चली जाएगी.
लिखा है पत्र
रेलवे बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नीरज शर्मा ने इस पायलट प्रोजेक्ट के संबंध में सभी जोनल रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कामर्शियल मैनेजर को पत्र लिखा है. जोनल रेलवे की तरफ से इस बारे में डीआरएम को जिम्मेदारी दी गई है. डीआरएम ही अपने लेवल पर इस योजना को लागू करेंगे. रेलवे स्टेशन पर आटा-चावल की बिक्री करने का जिम्मा किसी एजेंसी को सौंपा जाएगा. यह एजेंसी कम से कम तीन महीने तक काम करेगी.
इतनी होगी कीमत
मोदी सरकार ने लोगों को महंगाई से मुक्ति दिलाने के लिए भारत ब्रांड (Bharat Brand) के तहत भारत चावल और भारत आटे की बिक्री शुरू की है. भारत आटे का रेट 27.50 रुपए प्रति किलो है जबकि भारत चावल का रेट 29 रुपए किलो है. इसी आटे और चावल की बिक्री रेलवे स्टेशनों पर भी करने की योजना है.