Indore के व्यापारियों का कहना, UPI से दूर ही रहना.. व्यापारी बोले कि केवल कैश में लेंगे पेमेंट, नहीं बनेंगे UPI Scam के शिकार

इंदौर के व्यपारियों द्वारा UPI Scam का सामना करने के बाद उन्होंने फैसला लिया है कि वह पेमेंट अब केवल कैश या फिर क्रेडिट कार्ड के जरिए ही लेंगे. साथ ही उन्होंने सरकार को UPI को और ज्यादा सुरक्षित करने की भी बात कही है.

Indore traders stated that payments would now be accepted only through cash or credit cards.
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 28 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 7:48 AM IST

इंदौर के रेडिमेड गारमेंट्स के व्यापारियों की दुकानों पर लगे एक बोर्ड में लिखा है कि इंदौर में साइबर फ्रॉड की संभावनाओं के चलते ऑनलाइन यूपीआई पेमेंट नहीं ले पाएंगे. इन साइबर फ्रॉड की घटनाओं ने रेडिमेड कपड़ा व्यापारियों को परेशान कर दिया है. लिहाजा यहां के व्यापारियों ने UPI से पेमेंट लेने के बजाय कैश और क्रेडिट कार्ड से पैसे लेने का फैसला किया है, और इसकी सूचना को दुकानों पर नोटिस के तौर पर चस्पा कर दिया है.

क्या है मामला
दरअसल UPI से लेकर इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाओं के चलते डिजिटल लेन-देन अब आसान हो गया है और रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है. हालांकि यही वजह है कि UPI और बैंकिंग सेवाओं से जुड़े फ्रॉड भी आम हो चुके हैं और रोजाना तमाम लोग इनके शिकार बनते हैं.

बताया जा रहा है कि रेडिमेड कपड़ों की दुकान पर एक ग्राहक UPI के जरिए पेमेंट करने के बाद वहां से सामान लेकर चला गया. ये पैसा दुकानदार के अकाउंट में आया और वो उस अकाउंट का उपयोग दूसरे व्यापारियों से लेन-देन के लिए भी करते था. लेकिन, बाद में जब उन्होंने इस अकाउंट से पेमेंट के लिए चेक जारी किया, तो वो बाउंस हो गया, जबकि अकाउंट में चेक अमाउंट से ज्यादा पैसा मौजूद था.

कब पता चला फ्रॉड का
दुकानदार ने वजह जानने की कोशिश की कि उसका चेक क्यों बाउंस हुआ तो पता चला कि साइबर फ्रॉड के कारण उनका खाता ब्लॉक कर दिया गया था. असल में, किसी ने फ्रॉड के तहत किसी को पैसे ट्रांसफर किए, और वो पैसा अलग-अलग व्यक्तियों के माध्यम से दुकानदार के खाते में आ गया. 

इस मामले की शिकायत पहले ही हो चुकी थी, जिसकी वजह से बैंक ने उनके खाते को ब्लॉक कर दिया. दुकानदार के मुताबिक दुकान पर बैंक का क्यूआर कोड लगा था, जिससे UPI पेमेंट सीधे उनके बैंक खाते में आ जाती थी. 

इस पैसे से वे दूसरे व्यापारियों को चेक के जरिए भुगतान करते थे. इस घटना के बाद उन्होंने तय किया है कि वे फिलहाल UPI पेमेंट नहीं लेंगे. अब कैश और क्रेडिट कार्ड से ही भुगतान स्वीकार करेंगे.

UPI नहीं है सुरक्षित
व्यापारियों का कहना है कि कैश और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट लेने की वजह से ग्राहकों और दुकानदारों दोनों को परेशानी हो रही है. दरअसल UPI अब व्यापार का मुख्य तरीका बन चुका है और ज्यादातर ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट करते हैं. लेकिन साइबर फ्रॉड के कारण इसमें सुरक्षा की कमी महसूस हो रही है. और जब तक UPI की सुरक्षा बढ़ाई नहीं जाती, तब तक वे कैश मोड पर ही व्यापार करेंगे.

इंदौर के व्यापारी एसोसिएशन ने ये फैसला लिया है कि जब तक साइबर फ्रॉड पर अंकुश नहीं लगाया जाता या सरकार कोई नीति नहीं बनाती, तब तक वे कैश मोड पर ही व्यापार करेंगे. इसीलिए दुकानों पर नोटिस चस्पा किए जा रहे हैं, और कई व्यापारी इस फैसले का समर्थन भी कर रहे हैं.

 

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