दिल्ली से यूपी का सफर होगा जाम मुक्त, CM केजरीवाल ने किया आनंद विहार और अप्सरा बॉर्डर के बीच 6 लेन के फ्लाईओवर का शिलान्यास 

आनंद विहार और अप्सरा बॉर्डर के बीच बन रहा 6 लेन का फ्लाईओवर जल्द ही बनकर तैयार होने वाला है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को इसका शिलान्यास किया. ये फ्लाईओवर कुल 250 करोड़ में 300 करोड़ में बनेगा.

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पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 6:45 AM IST
  • कुल  250 करोड़ में 300 करोड़ में बनेगा फ्लाईओवर 
  • ढाई साल में वसूल होगी पूरे फ्लाईओवर की कीमत 

दिल्ली से यूपी का सफर जल्द ही जाम मुक्त होगा. सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आनंद विहार और अप्सरा बॉर्डर के बीच बन रहे 6 लेन के फ्लाईओवर का शिलान्यास किया. इस फ्लाईओवर प्रोजेक्ट के माध्यम से दिल्ली सरकार का लक्ष्य राष्ट्रीय राजधानी के सबसे भीड़भाड़ वाले गलियारों में से एक को कम करना है. इस प्रोजेक्ट को पंद्रह महीने के भीतर तैयार करने के लिए कहा गया है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग 115 करोड़ रुपये की बचत के साथ इस फ्लाईओवर का काम तय समय से पहले पूरा करेगा. पूर्वी दिल्ली में इस फ्लाईओवर के बनने से यहां से तेजी से वाहन गुजरेंगे और पूर्वी दिल्ली के स्थानीय लोग अधिक शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत करेंगे. 

कुल  250 करोड़ में 300 करोड़ में बनेगा फ्लाईओवर 

सीएम केजरीवाल ने कहा, “'हमने 1500-2000 करोड़ में 300 करोड़ के फ्लाईओवर बनते देखे हैं, लेकिन हम पहली बार 250 करोड़ में 300 करोड़ का फ्लाईओवर बनते देख रहे हैं. यह फ्लाईओवर रामप्रस्थ, श्रेष्ठ विहार और विवेक विहार की रेड लाइट के ऊपर से गुजरेगा और 15 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. हमारा उद्देश्य दिल्ली की सड़कों से ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को खत्म करना और सड़कों को खूबसूरत बनाना है. दिल्ली भर में 77 ट्रैफिक हॉटस्पॉट की पहचान की गई है, दिल्ली को जाम मुक्त करने के लिए इन हॉटस्पॉट को मुक्त करने के लिए अलग-अलग योजना बनाई जा रही है.” 

छह लेन का फ्लाईओवर होगा 

परियोजना के बारे में बताते हुए केजरीवाल ने कहा, “यह अप्सरा रेलवे ओवरब्रिज और आनंद विहार ओवरब्रिज के बीच छह लेन का फ्लाईओवर है. इसे रामप्रस्थ, श्रेष्ठ विहार और विवेक विहार में तीन रेड लाइटों पर बनाया जाएगा. 15 महीने में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. हमारी सरकार के पास हर प्रोजेक्ट में फंड बचाने का रिकॉर्ड है. इस फ्लाईओवर की स्वीकृत लागत 372 करोड़ रुपये थी और जब तक हमने टेंडर जारी किया, तब तक 257 करोड़ रुपये में काम दिया जा चुका था. हमने एक फ्लाईओवर में करीब सवा सौ करोड़ की बचत की.”

प्रोजेक्ट की मुख्य विशेषताएं

-दिल्ली सरकार ने आनंद विहार आरओबी और अप्सरा बॉर्डर आरओबी, नई दिल्ली के बीच रोड नंबर 56 पर रैंप, फुटपाथ, रोड साइनेज सहित रोड वर्क्स, स्ट्रीट लाइट वर्क्स, ड्रेनेज, हॉर्टिकल्चर, म्यूरल वर्क्स और संबद्ध कार्यों के साथ फ्लाईओवर का निर्माण शुरू किया है.

-प्रोजेक्ट में रोड नंबर 56 पर आनंद विहार आर.ओ.बी और अप्सरा बॉर्डर आर.ओ.बी के बीच 1440 मीटर और 6 लेन चौड़ा लंबा फ्लाईओवर शामिल है. यह रामप्रस्थ कॉलोनी, विवेक विहार और श्रेष्ठ विहार की लाल बत्ती पर ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करेगा. 

-एनसीआरटीसी द्वारा रैपिड रेलवे स्टेशन के निर्माण के बाद इस फ्लाईओवर से प्रतिदिन औसतन 1.48 लाख वाहन गुजरेंगे. यह परियोजना दिल्ली सरकार द्वारा जाम मुक्त किए जा रहे 77 गलियारों में से एक है.

ढाई साल में वसूल होगी पूरे फ्लाईओवर की कीमत 

पूरे फ्लाईओवर का खर्च ढाई साल में वसूल किया जाएगा. इस फ्लाईओवर से रोजाना 1.48 लाख वाहन गुजरेंगे. यात्रियों का एक तरफ 11.07 मिनट का समय बचेगा. हर साल 16.57 लाख लीटर ईंधन की बचत होगी. हर दिन 42700 घंटे के बराबर जनशक्ति की बचत होगी. CO2 उत्सर्जन 1.50 लाख टन कम हो जाएगा. सालाना 144.78 करोड़ रुपये की बचत होगी.  
 


 

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