Yana Mir: कश्मीर की पहली महिला यूट्यूब व्लॉगर हैं याना मीर, ब्रिटेन के संसद भवन में बोलीं- 'मैं मलाला नहीं हूं...'

याना मीर श्रीनगर स्थित पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. वह कश्मीर की पहली महिला यूट्यूब व्लॉगर हैं. अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से याना ग्राउंड जीरो से कश्मीर की राजनीतिक सच्चाई को सामने लाती हैं.

Yana Mir
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 23 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST
  • चर्चा में है याना मीर का कश्मीर पर बयान
  • जम्मू-कश्मीर को बताया भारत का अभिन्न अंग 

कश्मीरी एक्टिविस्ट और पत्रकार याना मीर (Yana Mir) इस समय चर्चा में हैं. याना ब्रिटेन के संसद भवन में 'संकल्प दिवस' (Sankalp Diwas) पर अपने शानदार बयान की वजह से सोशल मीडिया पर छा गई हैं. अपनी वायरल वीडियो में याना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खराब करने की पाकिस्तान की कोशिशों की निंदा करती नजर आ रही हैं.

याना ने कश्मीर में अपनी सुरक्षा और आजादी का दावा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि वह मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) नहीं हैं और उसे कभी भी कहीं और शरण लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने मजबूती से अपने मुल्क भारत का बचाव किया. इतना ही नहीं याना ने कुछ संगठनों के कश्मीर की अवाम को उत्पीड़ित के तौर में दिखाए जाने पर आपत्ति भी जताई है.  

कश्मीर की पहली महिला यूट्यूब व्लॉगर 

याना मीर श्रीनगर स्थित पत्रकार (Journalist) और सामाजिक कार्यकर्ता (Social Activist) हैं. वह कश्मीर की पहली महिला यूट्यूब व्लॉगर (Kashmir's First Female Youtube Vlogger) हैं. याना मीर ने हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित IEC यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता और जनसंचार में बैचलर की डिग्री हासिल की है. इन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया है. याना अपने यूट्यूब चैनल के जरिए ग्राउंड जीरो से कश्मीर की राजनीतिक सच्चाई को सामने लाती हैं. याना मीर ऑल जेके यूथ सोसाइटी की उपाध्यक्ष भी हैं. जेके यूथ सोसाइटी एक सामाजिक संगठन है जो घाटी में युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करता है. याना कई टेड टॉक भी दे चुकी हैं. वह कश्मीर में पहला अंतरराष्ट्रीय लेवल का फैशन शो भी आयोजित कर चुकी हैं. 

एकता और शांति का आह्वान

याना मीर ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया समुदाय से जम्मू-कश्मीर के लोगों का ध्रुवीकरण बंद करने का आग्रह किया है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकता के बारे में बात की. इतना ही नहीं याना ने शांति की अपील भी की. ब्रिटेन संसद में संकल्प दिवस कार्यक्रम के दौरान, याना मीर को सम्मानित किया गया है. जम्मू और कश्मीर में विविधता की वकालत करने के याना के प्रयासों को देखते हुए ही विविधता राजदूत पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया है. 

जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग 

बता दें, संकल्प दिवस कार्यक्रम का आयोजन 22 फरवरी को किया गया था. इस कार्यक्रम में भारत ने अपने रुख की पुष्टि करते हुए कहा कि जम्मू और कश्मीर उसका अभिन्न अंग है. इस सभा में यूके संसद के सदस्यों, स्थानीय पार्षदों, समुदाय के नेताओं और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों सहित 100 से ज्यादा व्यक्तियों ने भाग लिया. इनमें सांसद बॉब ब्लैकमैन, सांसद थेरेसा विलियर्स और सांसद इलियट कोलबर्न जैसे प्रतिष्ठित अतिथि भी शामिल रहे. मुख्य वक्ताओं में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के प्रोफेसर सज्जाद राजा और कश्मीरी एक्टिविस्ट याना मीर शामिल थीं. 

Read more!

RECOMMENDED