Kisan Credit Card: सरकार अब किसानों को आसानी से सब्सिडी वाला लोन प्रोवाइड कराने के लिए एक नया पोर्टल लेकर आई है. इसकी मदद से बैंक किसानों के घर तक लोन पहुंचाएंगे. यह लोन केसीसी पर प्रोवाइड कराया जाएगा. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसान ऋण पोर्टल (केआरपी) को मंगलवार को लॉन्च कर दिया.
इस पोर्टल को कई सरकारी विभागों के सहयोग से विकसित किया गया है और यह किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के अंतर्गत क्रेडिट सेवाओं तक पहुंच प्रदान करेगा. यह डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान डेटा, लोन वितरण की जानकारी, ब्याज सहायता और योजना की प्रगति के बारे में जानकारी देगा.
पात्र किसानों को ऋण सहायता पहुंचाने में मिलेगी मदद
केसीसी ऋण खाताधारकों से जुड़ी जानकारियां अब किसान ऋण पोर्टल पर आसानी से व्यापक रूप में उपलब्ध होंगी. यह सुविधा पहले नहीं थी. इसके साथ ही सभी केसीसी खाताधारकों का सत्यापन आधार के जरिए किया जाएगा. इससे पात्र किसानों को ऋण सहायता पहुंचाने में मदद मिलेगी. इंटरेस्ट सब्वेंशन दावों का भुगतान इस पोर्टल के माध्यम से सीधे लाभार्थी तक पहुंचाने की योजना है.
वहीं, सरकार इस पोर्टल के माध्यम से योजना के लाभार्थियों और चूक गए किसानों का आकलन कर सकेगी. इस पोर्टल के माध्यम से किसान सिर्फ केसीसी का लोन ही अप्लाई नहीं कर पाएंगे बल्कि फसल जोखिम शमन और आपदा जोखिम को कम करने के उपाय और बीमा उद्योग की ओर से चलाए जा रहे गैर-योजना पैरामीट्रिक की जानकारी भी पोर्टल के माध्यम से संबंधित किसानों तक पहुंचती रहेगी.
घर-घर चलेगा अभियान
केसीसी के लाभों को और बढ़ाने के लिए सरकार घर-घर अभियान चलाएगी. इसके तहत पीएम किसान योजना के लाभार्थी किसानों और अन्य किसानों को इससे जोड़ा जाएगा. पीएम किसान योजना के तहत किसानों को सालाना 6 हजार की आर्थिक सहायता दी जाती है. केसीसी के तहत रियायती दर पर लोन प्रोवाइड कराया जाता है.
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड
किसानों को कम दर पर लोन प्रोवाइड कराने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की शुरुआत 1998 में की गई थी. उस समय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी. केसीसी के तहत 3 से 4 फीसदी की दर पर लोन प्रोवाइड कराया जाता है. 50 हजार के लोन पर प्रोसेसिंग फीस नहीं लागू होता है. यह लोन किसानों को कृषि यंत्र खरीदने, खेती करने या फिर अन्य खेती संबंधी काम के लिए दिया जाता है.
कितने हैं केसीसी अकाउंट
30 मार्च 2023 तक लगभग 7.35 करोड़ केसीसी अकाउंट थे, जिनकी कुल स्वीकृत ऋण सीमा 8.85 लाख करोड़ रुपए है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त के दौरान रियायती ब्याज दर पर 6,573.50 करोड़ रुपए का कृषि-ऋण वितरित किया है. किसान क्रेडिट के लाभ अन्य किसानों को भी मिल सकें, इसके लिए पीएम किसान योजना के तहत चयनित गैर केसीसी धारकों को चिह्नित किया गया है.
किसान क्रेडिट कार्ट के लिए कैसे करें आवेदन
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए आपको अपने नजदीकी किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र (KCC) या आपके बैंक के शाखा में जाना होगा. इसके बारे में पूरी जानकारी किसी भी बैंक के वेबसाइट से ली जा सकती है. इसके साथ ही, आप इसके बारे में नजदीकी सीएससी सेंटर से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अपने बैंक या किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र से आवेदन पत्र पाप्त करें. फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें और सभी आवश्यक दस्तावेज़ के साथ जमा करें.
जमा किए गए आवेदन पत्र और दस्तावेज़ को आपके बैंक या किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र की ओर से समीक्षा किया जाएगा. यदि सभी दस्तावेज़ और आवेदन प्राप्त हैं और सही हैं, तो आपका आवेदन अनुमोदित किया जाएगा. जब आपका आवेदन अनुमोदित होता है, तो आपको किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए सूचित किया जाता है. यह कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़ा होता है और आपको ऋण प्राप्त करने और खेती से संबंधित वित्तीय सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति देता है. हालांकि, विभिन्न बैंकों और किसान क्रेडिट कार्ड केंद्रों की प्रक्रिया और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए सबसे अच्छा है कि आप अपने स्थानीय बैंक से विवरण प्राप्त करें और उनकी मांग के अनुसार कार्रवाई करें.
केसीसी आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज
आधार कार्ड और पैन कार्ड, ग्राम पंचायत डोक्यूमेंट्स (किसान के जमीन का मालिकाना प्रमाणपत्र, खेत का नक्शा), पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, आय प्रमाण पत्र (किसान की आय के आधार पर), बैंक खाता पासबुक या बैंक स्टेटमेंट.