सीवी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन की ओर से गुरुवार इसकी घोषणा की गई है. राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा, "भारत की राष्ट्रपति डॉ सी वी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल के नियमित राज्यपाल के रूप में नियुक्त करके खुश हैं. ये नियुक्ति उनके कार्यालय का कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होगी." बता दें, पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ के उप-राष्ट्रपति बनने के बाद से ये पद खाली था.
कौन हैं नए राज्यपाल आनंद बोस?
दरअसल, सीवी आनंद बोस रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर हैं. वे यूनिवर्सिटी के चांसलर से लेकर मैनेजमेंट गुरु, हाउसिंग एक्सपर्ट, इनोवेटर, लेखक और एक कुशल वक्ता के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं. हालांकि, सीवी आनंद बोस को देश में हाउसिंग सेक्टर में काम करने के लिए जाना जाता है. पीएम मोदी के 2022 तक सभी के लिए किफायती घर के विजन के पीछे सीवी आनंद बोस का ही दिमाग है.
इतना ही नहीं सीवी आनंद बोस को प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू फैलोशिप भी मिल चुकी है. वह लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन मसूरी के पहले फेलो भी हैं. बता दें, ये वो संस्था है जो देश के शीर्ष सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करता है.
कई किताबें रह चुकी हैं बेस्ट सेलर
इसके अलावा, लोग सीवी आनंद बोस को एक लेखक और कॉलमिस्ट के रूप में भी जानते हैं. सीवी आनंद बोस द्वारा उपन्यास से लेकर लघु कथाएं, कविताएं और निबंध सहित अंग्रेजी, मलयालम और हिंदी में 40 पुस्तकें पब्लिश हो चुकी हैं. द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट के अनुसार, उनकी कुछ किताबें बेस्ट सेलर भी रही हैं.
बिट्स पिलानी के पूर्व छात्र
सीवी आनंद बोस प्रतिष्ठित बिट्स पिलानी के पूर्व छात्र हैं और भारत सरकार के मुख्य सचिव के रूप में रिटायर हुए हैं. उनकी वेबसाइट के अनुसार, सीवी आनंद बोस ने चांसलर, केरल के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन (CWC) के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर के रूप में काम किया है. बता दें, सीवी आनंद बोस 1977 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल हुए थे.