मोहन यादव (Mohan Yadav) मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. बीजेपी विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर मुहर लगी है. शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे जगदीश देवड़ा और विंध्य के कद्दावर ब्राह्मण नेता राजेन्द्र शुक्ला उप मुख्यमंत्री होंगे. केंद्रीय मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर होंगे.
मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक हैं. इससे पहले मोहन यादव सूबे में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं. वो लगातार तीसरी बार इस सीट से विधायक बने हैं. उन्होंने स्टूडेंट पॉलिटिक्स से सियासत की शुरुआत की थी. चलिए आपको मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव के सियासी सफर के बारे में बताते हैं.
मोहन यादव का सियासी सफर-
माधव विज्ञान महाविद्यालय से छात्र राजनीति की शुरुआत की. उन्होंने पार्टी में कई पदों पर काम किया. मोहन यादव साल 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह सचिव और 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे. मोहन यादव ने साल 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री और साल 1986 में विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली. साल 1988 में मोहन यादव एबीवीपी मध्य प्रदेश के सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे. साल 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री भी रहे. साल 1993-95 में राष्ट्रीय सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खंड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे.
साल 1997 में मोहन यादव ने भाजयुमो प्रदेश समिति में जगह बनाई. साल 1998 में उनको पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य बनाए गए. साल 2011 में मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष बने. मोहन यादव पहली बार साल 2013 में विधायक बने. साल 2018 में वो दूसरी बार विधायक चुने गए. साल 2020 में बीजेपी सरकार में उनको मंत्री बनाया गया.
मोहन यादव ने साल 2023 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव को हराया है. उन्होंने उज्जैन दक्षिण सीट से 12941 वोटों से जीत दर्ज की है. मोहन यादव ने उज्जैन साउथ सीट से लगातार 3 बार विधायक का चुनाव जीता है. इस सीट से अब तक किसी ने लगातार 3 बार चुनाव नहीं जीता है.
कितनी प्रॉपर्टी के मालिक हैं नए सीएम-
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री 58 साल के मोहन यादव के पास कुल 42 करोड़ की संपत्ति है. चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक उनके ऊपर 9 करोड़ रुपए का कर्ज भी है. उनकी गिनती राज्य के अमीर नेताओं में होती है.
मोहन यादव की फैमिली-
मोहन यादव की शादी साल 1994 में सीमा से हुई थी. उस समय मोहन यादव एबीवीपी से राष्ट्रीय मंत्री थे. डॉ. मोहन यादव के पिता का नाम पूनमचंद यादव है. उनके दो बेटे और एक बेटी है. मोहन यादव ने बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल की है. उनका परिवार कारोबार और कृषि क्षेत्र से जुड़ा है.
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