पुरातत्व विभाग को 32 सालों की खुदाई के बाद हरियाणा के हिसार के राखीगढ़ी गांव में 5000 साल पुरानी सोने के आभूषण बनाने वाली फैक्ट्री मिली है. जिसे हड़प्पा काल का बताया जा रहा है. विभाग को इसके साथ मिट्टी की चुडियां, कील, और महिलाओं का कंकाल भी मिला है. यह पहली बार नहीं है जब राखीगढ़ी में खुदाई के दौरान इस तरह की चीजें मिली है. इससे पहले भी यहां पुरातत्व विभाग को पुराने अवशेष मिलते रहे हैं. 2016 में ही चार कंकाल मिले थे. जिसका DNA टेस्ट किया गया तो पता चला कि कंकाल 4500 साल पुराना है. बता दें कि राखीगढ़ी में खुदाई का काम 1963 से ही समय-समय पर होता रहा है. तो चलिए जानते हैं कि राखीगढ़ गांव में ऐसा क्या है जिसके लिए इतने लंबे समय से खुदाई चल रही है.
राखीगढ़ी गांव में सिंधू घाटी की सभ्यता के हैं अवशेष
साल 1963 में हिसार जिले के राखीगढ़ी गांव की खोज की गई और कहा गया कि यहां सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष मौजूद हैं. खुदाई की गई तो एक बहुत बड़े शहर के बारे में पता चला जिसे 5000 साल पुराना बताया गया. यहां पुरातत्व विभाग को कई अवशेष मिले जिसे हड़प्पा कालीन सभ्यता से जुड़ा कहा गया. उसके बाद समय-समय पर यहां खुदाई होती रहती है और पुरानी चीजें निकलती रहती है. इससे पहले साल 2013 में जब खुदाई की गई तो 11 कंकाल पाए गए थे. राखीगढ़ी गांव और उसके आसपास सात टीले हैं. अभी टीले नम्बर तीन पर खुदाई को गई है. यहां इससे पहले सुराही, कीमती पत्थर, खिलौने, मुहर, आभूषण भी मिले थें जिसे म्यूजियम में रखवा दिया गया. इस बार भी खुदाई में जो कुछ मिला है उसे उसे म्यूजियम में रखा जाएगा. पुरातत्व विभाग ने कहा है कि पर्यटकों के लिए राखीगढ़ी साइट को खुला छोड़ा जाएगा ताकि वो भी इसे देख सकें.
राखीगढ़ी के अलावा हस्तिनापुर सिनौली में भी हुई खुदाई
पिछले 20 सालों में हस्तिनापुर सिनौली और राखीगढ़ी में पुरातत्व विभाग कई बार खुदाई कर चुका है. पुरातत्व विभाग के अनुसार राखीगढ़ी के लोग हस्तिनापुर में रहने वाले लोगों के पूर्वज थे. सिनौली में खुदाई के दौरान रथ, धनुष बाण, आभूषण, तलवार और कई चीजें मिली जिसे 5000 साल पुराना बताया गया और महाभारत से जोड़ कर देखा गया. बता दें कि साल 2020 के केंद्रीय बजट में राखीगढ़ी को एक प्रतिष्ठित स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई थी.