कुवैत से लेकर यमन तक... जानिए भारत के बड़े बचाव अभियानों की कहानी

आपदा के समय विदेशी जमी पर अपनो को बचाने के लिए भारत की तरफ से कई अभियान चलाए गए. अक्सर मुश्किल घड़ी में या संकट आने पर जब अपने देश का नागरिक किसी अन्य जगह फंस जाता है तो उसे सबसे पहले अपने वतन अपने देश की याद आती है. दूसरे देशों से लोगों को लाने का इतिहास भारत का बहुत पुराना है. किसी भी परिस्थिति में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला है.

Operation Ganga
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 28 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:49 PM IST
  • कुवैत एयरलिफ्ट पर बनी फिल्म
  • भूंकंप आने के 15 मिनट के अंदर शुरू हुआ था ऑपरेशन मैत्री 

आपदा के समय विदेशी जमी पर अपनो को बचाने के लिए भारत की तरफ से कई अभियान चलाए गए. अक्सर मुश्किल घड़ी में या संकट आने पर जब अपने देश का नागरिक किसी अन्य जगह फंस जाता है तो उसे सबसे पहले अपने वतन अपने देश की याद आती है. दूसरे देशों से लोगों को लाने का इतिहास भारत का बहुत पुराना है. किसी भी परिस्थिति में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला है. इस बीच यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षा एक चिंता का विषय है. भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया गया है. इससे पहले भी संकट की स्थिति में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए कई मिशन चलाए जा चुके हैं. आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं.

कुवैत एयरलिफ्ट 
अगर आप फिल्मों के शौकीन हैं तो आपको पता होगा इस विषय पर एक बॉलीवुड फिल्म एयरलिफ्ट भी बनी है. इस मिशन के तहत भारत सरकार भारतीय नागरिकों को कुवैत से अपने देश लाने का अभियान चलाया था. यह मिशन पूरे दो महीने चला था. इसके बाद एयर इंडिया का नाम गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया था. यह सबसे बड़ा इवेक्युएशन मिशन था, जिसके तहत दो लाख से भी ज्यादा भारतीयों की मदद की गई थी. 

ऑपरेशन राहत 
अरब बलों के गठबंधन ने मार्च 2015 में यमन में हवाई हमले किए. ऐसे में यमन के विभिन्न स्थानों पर फंसे 4000 से अधिक भारतीय नागरिकों को तत्काल निकाले जाने की जरूरत थी. इस दौरान भारतीयों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय, भारतीय वायुसेना, भारतीय नौसेना और एयर इंडिया की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन को पूरा करने का काम किया था. इस अभियान में भारत ने ना सिर्फ 4640 देशवासियों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला बल्कि अन्य देशों के लगभग 1000 लोगों को भी बचाया. यह अभियान 1 अप्रैल से 9 अप्रैल तक चला था.

ऑपरेशन मैत्री 
साल 2015 में नेपाल में भयंकर भूकंप आया था. उसी के बाद भारत की तरफ से आपरेशन मैत्री शुरू किया गया. इस मिशन को भारत सरकार और भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा मिलकर चालाया गया था, जोकि राहत और बचाव के तौर पर कार्य कर रहा था.भूकंप आने के 15 मिनट के भीतर ही भारत ने आपरेशन मैत्री शुरू कर दिया था. इस वजह से सेना को कई लोगों का जान बचाने में सफलता मिली थी. ये मिशन 26 अप्रैल 2015 को शुरू हुआ था.

वंदे भारत मिशन
कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया. इस दौरान कई भारतीय ऐसे थे जो विदेशों में फंसे थे और उन्हें भारत वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन की शुरुआत की गई थी. इस ऑपरेशन के तहत कई चरणों में 60 लाख से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया है. केंद्र के अनुसार 18,79,968 भारतीयों ने एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों से वापसी की.

ऑपरेशन गंगा
यूक्रेन और रूस में छिड़े युद्ध के बीच कई भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं. इन लोगों को वापस लाने के लिए सरकार ने ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है.फिलहाल लगभग 18 हजार भारतीय छात्र यूक्रेन में हैं. अब तक दो फ्लाइट्स के जरिए लगभग 500 छात्र अपने देश लाए जा चुके हैं.


 

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