देश की राजधानी दिल्ली में पॉल्यूशन खतरनाक लेवल तक पहुंच गया है. दिल्ली और एनसीआर का AQI 400 से 500 के बीच पहुंच गया है. इन जगहों पर रहना मुश्किल हो गया है. स्कूल बंद कर दिए गए हैं. दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-3 लागू कर दिया गया है. इस बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भारत के सबसे साफ शहरों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में कर्नाटक का मदिकेरी शहर सबसे ऊपर है. मदिकेरी शहर का AQI सिर्फ 10 है. इसके अलावा भी इस लिस्ट में कई शहर शामिल हैं.
मदिकेरी देश का सबसे साफ शहर-
कर्नाटक का मदिकेरी शहर देश का सबसे साफ हवा वाला शहर है. इस शहर का AQI सिर्फ 10 है. इसके अलावा सबसे साफ हवा वाला शहर तमिलनाडु का पालकलपरुर (Palkalaiperur) है, जिसका AQI 17 है. इसी सूबे के करूर (Karur) शहर का AQI 22 है. जबकि तिरुनेलवेली (Tirunelveli) का AQI 23 है. ऊटी (Ooty), रानीपेट (Ranipet) और वेल्लूर (Vellore) का AQI 26 है.
स्वर्ग है मदिकेरी शहर-
कर्नाटक के मदिकेरी शहर की हवा देश में सबसे साफ है. जहां दिल्ली का AQI 400 के पार पहुंच गया है, वहीं इस सबसे साफ शहर का AQI सिर्फ 10 है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये शहर कितना साफ है. यह शहर सूबे के कोडगु जिले में है. यह जिले का मुख्यालय है. यह जगह मैसूर से 125 किलोमीटर दूर है और कॉफी बागानों के लिए फेमस है.
साउथ का स्कॉटलैंड है मदिकेरी-
मदिकेरी शहर को साउथ का स्कॉटलैंड कहा जाता है. यहां की धुंधली पहाड़ियां, हरे जंगल, कॉफी के बागान और प्रकृति की खूबसूरती इसे बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाते हैं. मदिकेरी और इसके आसपास कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं.
मदिकेरी का इतिहास-
1600 ईस्वी में मदिकेरी लिंगायत राजाओं ने कोडगु पर राज किया था. उन्होंने मदिकेरी को अपनी राजधानी बनाया था. उन्होंने इस जगह पर किला भी बनवाया था. साल 1785 में टीपू सुल्तान की सेना ने इस साम्राज्य पर कब्जा कर लिया था. लेकिन 4 साल बाद कोडगु फिर आजाद हो गया. इस लड़ाई में कोडगु को अंग्रेजों का साथ मिला था. राजा वीर राजेंद्र ने इसपर राज किया. लेकिन बाद में अंग्रेजों ने इसपर कब्जा कर लिया.
मदिकेरी में पर्यटन स्थल-
मदिकेरी में घूमने लायक कई जगहें हैं. यहां एक खूबसूरत जलप्रपात है, जो कॉफी फेमस है. यह मदिकेरी से 5 किलोमीटर दूर है. अब्बे जलप्रताप कॉफी बागान के भीतर है. इसके अलावा मदिकेरी का किला भी घूमने लायक है. यह किला मिट्टी का बना हुआ है. बाद में टीपू सुल्तान ने इसका पुर्ननिर्माण कराया. किले के अंदर लिंगायत शासकों का महल है. इसके अलावा नागरहोले नेशनल पार्क है.
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