L&T Chairman 90 Hour Work: 90 घंटे काम पर घिरे L&T चेयरमैन, भारत में कितने घंटे काम करने का नियम, जानिए किस देश में कितने घंटे काम करते हैं लोग?

इन्फोसिस को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने 70 घंटे काम करने की बात कही थी. अब एल एंड टी के चेयरमैन ने हफ्ते में 90 घंटे काम को लेकर बयान दिया है. हफ्ते में काम के घंटे पर बहस चल रही है.

L&T Chairman S.N. Subrahmanyan 90 Hour Work (Photo Credit: Getty)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:13 PM IST

देश में इस समय काम के घंटे को लेकर काफी चर्चा चल रही है. दरअसल, ये चर्चा L&T के चेयरमैन के बयान बाद हो रही है. देश की सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने हफ्ते में 90 घंटे काम की नसीहत दी है.

एसएन सुब्रह्मण्यन को इस बयान के लिए काफी ट्रोल किया जा रहा है. अपने इस बयान की वजह से वो घिरते हुए नजर आ रहे हैं. इसके बाद से देश में हफ्ते में काम करने के घंटे को लेकर चर्चा हो रही है.

इससे पहले इन्फोसिस को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने 70 घंटे काम करने की बात कही थी. अब एल एंड टी के चेयरमैन ने हफ्ते में 90 घंटे काम को लेकर बयान दिया है. भारत में हफ्ते में काम के घंटे को लेकर क्या नियम हैं? आइए इस बारे में जानते हैं.

कंपनी ने दी सफाई
L&T कंपनी के चेयरमैन ने अपने कर्मचारियों को 90 घंटे काम करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि वो चाहते हैं कि उनकी कंपनी में लोग संडे को भी काम करें. उन्हें लगता है कि घर पर रहकर कोई कितनी देर तक अपनी पत्नी को घूर सकता है. अब उनकी इसी सोच पर सवाल उठ रहे हैं. कंपनी ने इस मामले पर सफाई जारी की है लेकिन बयान का तीर निकल चुका है.

कारोबारी जगत से लेकर खेल और फिल्म जगत की हस्तियों ने L&T के चेयरमैन की सोच पर ऐतराज जताया है. इस पर महिन्द्र ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिन्द्रा ने कहा, काम की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए न कि काम की मात्रा पर. आनंद महिन्द्र ने कहा कि आप हफ्ते में कितना काम कर रहे हो ये जरूरी नहीं. उसमें क्या हासिल कर रहे हो, ये जरूरी है.

ज्यादा काम हेल्थ के लिए खतरनाक
ये वक्त तकनीक और मशीनों का है. कुछ लोग इंसानों को मशीन जैसा बनाने की तैयारी में हैं. कोई ज्यादा घंटों तक काम करने की सलाह दे रहा है. कोई संडे को भी अपने कर्मचारियों को दफ्तर बुलाना चाहता है. रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि ज्यादा घंटों तक काम करना सेहत के लिए खतरनाक है. 

2021 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट आई थी. इसमें बताया गया था कि 2016 में ज्यादा लंबे समय तक काम करने की वजह से दुनिया भर में 7.45 लाख लोगों की मौत हो गई थी. WHO के मुताबिक, हफ्ते में 55 घंटे या उससे ज्यादा काम करने पर स्ट्रोक का खतरा 35 फीसदी बढ़ जाता है.  दिल से जुड़ी बीमारी होने का खतरा भी 17 फीसदी तक बढ़ जाता है.

भारत में काम करने के नियम
पूरी दुनिया में काम करने के घंटे को लेकर नियम बनाए गए हैं. अलग-अलग देशों में काम के घंटे निर्धारित हैं. उसी तरह इंडिया में भी काम के घंटे निर्धारित हैं. कानून के अनुसार, भारत में एक दिन में ज्यादा से ज्यादा लोगों से 8-9 घंटे ही काम कराया जा सकता है. वहीं हफ्ते में 6 दिन में अधिकतम 48 घंटे काम कराया जा सकता है.

किसी जगह पर ओवरटाइम का ज्यादा पैसा दिया जा रहा हो तो काम के घंटे बढ़ जाते हैं. ऐसी स्थिति में व्यक्ति से हफ्ते 60 घंटे काम लिया जा सकता है. साथ ही ओवरटाइम का पैसा डबल देने का नियम है. इसके अलावा काम के 5 घंटे के बाद 1 घंटे का ब्रेक भी जरूरी है.

कहां करते हैं सबसे ज्यादा काम?
दुनिया भर के देशों में काम के घंटे अलग है. सबसे ज्यादा घंटे काम करने वाले देशों में भूटान सबसे आगे हैं. भूटान में लोग हफ्ते में 55 घंटे काम करते हैं. इसके बाद यूएई का नंबर आता है. यूएई में लोग 53 घंटे काम करते हैं. भारत में लोग औसतन 48 घंटे काम करते हैं.

पड़ोसी देश चीन में लोग 46 घंटे काम करते हैं. पाकिस्तान-बांग्लादेश में लोग 47-47 घंटे काम करते हैं. अमेरिका में लोग हफ्ते में 40 घंटे काम करते हैं, नार्वे के लिए 31 घंटे और नीदरलैंड में लोग 29 घंटे काम करते हैं. डेनमार्क के लोग हफ्ते में सिर्फ 37 घंटे काम करते हैं.

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