प्रयागराज महाकुम्भ में इस बार न सिर्फ़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ई-रिक्शा और ई-ऑटो की सुविधा मिलेगी बल्कि महिला श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए 'पिंक व्हीकल' की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इसके लिए ओला और उबर की तर्ज पर ऐप के माध्यम से बुकिंग हो सकेगी. ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने और महाकुंभ स्थल को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए बड़ी संख्या में ई-ऑटो और ई रिक्शा चलाने का फ़ैसला लिया गया है. साथ ही, इनके चालकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है, जिससे इन ई-रिक्शा और ई-ऑटो के ड्राइवर्स लोगों के साथ अच्छा व्यवहार भी कर सकें और इन्हें महाकुंभ स्थल की जानकारी भी हो.
महिलाओं के लिए खास सुविधा
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ई-ऑटो और ई-रिक्शा की सुविधा मिलेगी. राज्य सरकार की ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की पहल के तहत बड़े पैमाने पर ई-व्हीकल चलेंगे. शहर को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए 15 दिसंबर से ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा. खास बात यह है कि महिला श्रद्धालुओं की संख्या और उनकी सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए पहली बार पिंक व्हीकल की सुविधा भी दी जाएगी.
पिंक ई-रिक्शा और ई-ऑटो में महिलाएं ही चालक होंगी. इस सुविधा से महिला श्रद्धालुओं को लाभ होगा. सामान्य और पिंक व्हीकल दोनों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था भी की जाएगी जिससे लोगों को ई-रिक्शा और ई-ऑटो की बुकिंग में कोई दिक़्क़त न हो. शुरुआत में क़रीब 40 पिंक टैक्सी की सुविधा उपलब्ध होगी, बाद में संख्या और बढ़ाई जाएगी.
मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगे रिक्शा चालक
यह ई-व्हीकल्स रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, हवाई अड्डा एवं सभी होटलों से आराम से उपलब्ध हो सकेंगे. शहर को पूरी तरह प्रदूषण मुक्त रखने के लिए ये फ़ैसला किया गया है. खास बात कि श्रद्धालुओं को मनमाना किराया वसूलने वाले रिक्शा चालकों से छुटकारा मिलेगा. इसके लिए बाक़ायदा इनकी रेट लिस्ट तय की जाएगी.
यूपी के स्टार्टअप कॉम्फी ई-मोबिलिटी ऑनलाइन ई रिक्शा और ई ऑटो बुकिंग की सुविधा प्रदान करेगी. महाकुंभ में आने वाले लोगों का अनुभव अच्छा हो इसके लिए सभी ड्राइवरों को अच्छे व्यवहार की ट्रेनिंग दी जाएगी. जिन श्रद्धालुओं को हिंदी या अंग्रेजी भाषा में दिक्कत है, उनकी सुविधा के लिए सभी ड्राइवरों को गूगल वॉइस असिस्टेंस की ट्रेनिंग भी दी जा रही है.
सीईओ आरके चौहान ने बताया कि 'कॉम्फी ई मोबिलिटी स्टार्टअप इंडिया से मान्यता प्राप्त है. हमारा उद्देश्य अर्बन ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहनों को टैक्सी के रूप में प्रस्तुत कर वायु प्रदूषण को कम करना और रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है. प्रयागराज में होने जा रहे महाकुम्भ से इसकी शुरुआत की जा रही है, ताकि इस महापर्व को लोगों के लिए एक यादगार अनुभव बनाया जा सके.'
प्रयागराज पहुंचने के लिए भी बड़े पैमाने पर इंतज़ाम
यूपी सरकार के अनुसार इस बार महाकुम्भ में क़रीब 40 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचेंगे. रेलवे भी करीब 1000 अतिरिक्त ट्रेनों के साथ ही कुल 3 हजार ट्रेनें चलाने जा रहा है. श्रद्धालुओं को प्रयागराज लाने के लिए 7000 से अधिक रोडवेज बसों और 550 शटल बसों के संचालन का फ़ैसला लिया गया है. इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों को व्हीकल की सुविधा मिलेगी.