महाराष्ट्र का अकोला शहर इन दिनों भीषण गर्मी की मार झेल रहा है. लगातार चौथे दिन तापमान 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है, जिससे हालात ऐसे हो गए हैं कि शहर भट्टी में तब्दील हो गया है. विदर्भ के कई जिलों में तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच झूल रहा है, लेकिन अकोला में सूरज की तपिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
अकोला में गुरुवार को 44.1 डिग्री, शुक्रवार को 44.2 डिग्री, शनिवार को 44.2 डिग्री और रविवार को 44.3 डिग्री तापमान मापा गया. तेज धूप और झुलसाती गर्मी से परेशान लोगों ने एक अनोखा प्रयोग कर सबको चौंका दिया है.
ऑमलेट बना रहे हैं लोग
अब लोग घर की छत या खुले मैदान में फर्श पर कच्चा अंडा रखकर ऑमलेट तैयार कर रहे हैं. आमतौर पर गैस या चूल्हे पर 7 से 10 मिनट में पकने वाला ऑमलेट अब अकोला की धूप में 20 मिनट में तैयार हो रहा है. जानकारों के मुताबिक किसी भी व्यंजन को पकाने के लिए तापमान 70 से 80 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए, और जब खुले आसमान में सिर्फ धूप से अंडा पक रहा है, तो आप समझ सकते हैं कि गर्मी कितनी भयावह है.
सूरज से ही पका सकते हैं खाना
अकोला के हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि लोग कहने लगे हैं— अब गैस की नहीं, सूरज की जरूरत है खाना पकाने के लिए. धूप में पकते ऑमलेट का यह नज़ारा अकोला में कहीं न कहीं जलवायु परिवर्तन की भी चेतावनी है. अब सवाल ये है कि क्या अकोला की ये आग उगलती धूप आगे और कहर बरपाएगी या राहत मिल सकती है. मौसम विभाग की नजर अब इस तपिश पर टिकी हुई है.
(धनंजय साबले की रिपोर्ट)