भव्य महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) शुरू हो चुका है. महाकुंभ के पहले अमृत स्नान (Amrit Snan Mahakumbh) में 3.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज जा रहे हैं.
महाकुंभ 2025 में कई बड़े रिकॉर्ड बन रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. रेलवे समेत कई विभागों ने भक्तों के लिए तैयारी कर ली है. ठहरने के लिए टेंट सिटी की भी सुविधा है.
इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक शख्स आग का करतब दिखा रहा है. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे प्रयागराज महाकुंभ का बता रहे हैं. ये वीडियो वाकई में महाकुंभ का है. आइए इस बारे में जानते हैं.
क्या है वायरल वीडियो?
सोशल मीडिया पर वीडियो खूब तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक शख्स आग से हैरतअंगेज करतब दिखा रहा है. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे प्रयागराज महाकुंभ का बता रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है.
इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए गुड न्यूज टुडे की फैक्ट चेक टीम ने अच्छे से जांच पड़ताल की. फैक्ट चेक टीम ने वायरल वीडियो के एक-एक फ्रेम को गौर से देखा. इस दौरान हमारा ध्यान बैकग्राउंड में खड़े लोगों पर गया. इन लोगों को ध्यान से देखने पर ये इशारा मिला कि ये वीडियो भारत के बाहर का हो सकता है.
महाकुंभ में करतब
वायरल वीडियो में दिख रहे एक होर्डिंग पर हमारा ध्यान गया. जब हमने इसे अनुवाद किया तो हैप्पी मार्केट शब्द नजर आया. प्रयागराज में कहीं पर भी हैप्पी मार्केट नहीं है. इसका मतलब है कि वायरल वीडियो प्रयागराज का नहीं है. वायरल वीडियो से जुड़ी खबर किसी भी आधिकारिक मीडिया आउटलेट्स पर नहीं मिली.
वायरल वीडियो में कुछ बोर्ड नजर आ रहे हैं. इस पर चीनी भाषा में लिखा हुआ है. ये देखकर हमें लगा कि इस वीडियो का चीन से कुछ कनेक्शन हो सकता है. हमने वीडियो में दिख रहे एक लाल रंग के बोर्ड पर लिखे टेक्स्ट का अनुवाद किया. इसमें एक तरफ लिखा है- जिउचेंग के युआन गुआन. चीन में जिउचेंग नाम की कई जगहें हैं.
क्या है सच्चाई?
वीडियो में दिख रहे एक होर्डिंग पर चीनी भाषा में हैप्पी मार्केट लिखा है. वीडियो में बहुत ऊंची-ऊंची इमारतें नहीं दिख रही हैं. साथ ही जिस सड़क पर ये करतब दिखाया जा रहा है, वो काफी चौड़ी है. ये देखकर लगता है कि ये कोई घनी आबादी वाला इलाका नहीं बल्कि किसी शहर या कस्बे का बाहरी हिस्सा है.
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने से हमें ये भी पता लगा कि इसे सितंबर और अक्टूबर 2024 में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर किया था. साथ ही इन पोस्ट में बताया गया कि ये चीन का एक सांस्कृतिक रिवाज है. इसे हुओहू यानी फायर पॉट परफॉर्मेंस कहते हैं..
एक आधिकारिक चीनी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फायर पॉट परफॉर्मेंस को अंजाम देने वाले कलाकार फायर प्रूफ कपड़े पहनते हैं. वो लोहे की जालियों में बंद धधकते हुए कोयले के टुकड़ों को तेजी से हिलाते हैं जिससे चिंगारियां निकलती है. चीन में ये परंपरा बहुत पुरानी है जो चिंग राजवंश के समय से चली आ रही है.
इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो झूठा साबित हुआ. आग के करतब वाला ये वीडियो प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ का नहीं है. ये वीडियो प्रयागराज का नहीं बल्कि चीन का है.