Rashtrapati Niwas Shimla: 173 साल पुराना है Mashobra का राष्ट्रपति निवास, 10628 वर्ग फीट में फैला है ये ऐतिहासिक भवन, जानें खासियत

Retreat Building: शिमला से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मशोबरा की पहाड़ी पर राष्ट्रपति भवन बना है. इसे रिट्रीट बिल्डिंग के नाम से भी जाना जाता है. कोटी रियासत के राजा ने इस ऐतिहासिक भवन का निर्माण कराया था.

Retreat Building (file photo)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 12:31 PM IST
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 अप्रैल 2023 से रहेंगी हिमाचल प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर
  • देवदार के पेड़ों से घिरे रिट्रीट में राष्ट्रपति गर्मियों में अमूमन हर वर्ष प्रवास पर आते हैं

President Shimla Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 अप्रैल 2023 से हिमाचल प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर रहेंगी. इस दौरान वह मशोबरा स्थित राष्ट्रपति निवास में रहेंगी. आइए आज 173 साल पुराने इस ऐतिहासिक राष्ट्रपति निवास की खासियत के बारे में जानते हैं.

रिट्रीट बिल्डिंग के नाम से भी जाना जाता है 
शिमला से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मशोबरा की पहाड़ी पर राष्ट्रपति भवन बना है. इसे रिट्रीट बिल्डिंग के नाम से भी जाना जाता है. इस ऐतिहासिक भवन का निर्माण कोटी रियासत के राजा ने 1840 में कराया था. ये भवन 8000 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है. इस भवन की खासियत है कि ये दाज्जी दीवार के साथ लकड़ी के ढांचे से बना है. राष्ट्रपति निवास 10 628 वर्ग फीट में फैला हुआ है. देवदार के पेड़ों से घिरे रिट्रीट में राष्ट्रपति गर्मियों में अमूमन हर वर्ष यहां प्रवास पर आते रहे हैं. राष्ट्रपति रहते हुए प्रणब मुखर्जी वर्ष 2016 और रामनाथ कोविंद 2018 में रिट्रीट मशोबरा में यहां ठहरे थे. 

पेड़ नहीं काटने की रखी थी शर्त  
रिट्रीट बिल्डिंग को लॉर्ड विलियम ने कोटि के राजा से लीज पर लिया था. राजा ने इसे लीज पर देते समय कुछ शर्ते रखी थीं. एक शर्त ये थी कि शिमला और मशोबरा गांव से दो सड़कें जनता के लिए खुली होनी चाहिए. यहां कोई भी पेड़ नहीं काटा जाएगा और किसी भी मवेशी को नहीं मारा जाएगा. 1886 में कोटि के राजा ने इसे दोबोरा अपने पास रख लिया. लेकिन 1895 में वायसराय ने इस पर कब्जा कर लिया. आजादी के बाद इसे राष्ट्रपति निवास के रूप में तब्दील कर दिया गया.

23 अप्रैल से लोग कर सकेंगे दीदार
आम जनता और सैलानियों के दीदार के लिए 23 अप्रैल से राष्ट्रपति निवास खुलेगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अधिकारिक रूप से इस ऐतिहासिक धरोहर को आम जनता के लिए खोलने की घोषणा करेंगी. देवदार के पेड़ों के बीच बने इस राष्ट्रपति निवास के खुलने पर लोग राष्ट्रपति के जीवन से जुड़ी स्मृतियों को देख और उनके बारे में जान सकेंगे. डाइनिंग हॉल और अन्य कलाकृतियों को भी देखने के मौका मिलेगा. ट्यूलिप गार्डन को भी लोग निहार सकेंगे. आपको बता दें कि देश में राष्ट्रपति भवन तीन है. पहला राष्ट्रपति भवन दिल्ली में जिसे सभी लोग जानते हैं, दूसरा मशोबरा में और तीसरा राष्ट्रपति भवन निलयम सिकंदराबाद में स्थित है. नई दिल्ली और सिकंदराबाद के राष्ट्रपित भवन को पहले ही आम लोगों के लिए खोला जा चुका है. 

सरकारी स्कूलों के छात्रों को फ्री में मिलेगा प्रवेश
राष्ट्रपति निवास के भ्रमण के लिए लोगों को आधिकारिक वेबसाइट https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in पर ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी. बुकिंग शुरू हो गई है. पर्यटक निर्धारित प्रवेश शुल्क पर यहां भ्रमण कर सकेंगे. भारतीय नागरिकों के लिए 50 रुपए प्रति व्यक्ति और विदेशी नागरिकों के लिए 250 रुपए प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क निर्धारित किया गया है. सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए 30 जून 2023 तक प्रवेश निशुल्क है. राष्ट्रपति निवास में पर्यटकों की सुविधा के लिए क्लॉक रूम, दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए रैंप, कैफे, स्मारिका कक्ष, विश्राम स्थल, गाइड सहित प्राथमिक उपचार की सुविधा भी दी जाएगी. राष्ट्रपति निवास सोमवार, राजपत्रित अवकाश एवं राष्ट्रपति के आगमन के दौरान आम जनता के लिए बंद रहेगा.

 

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