रेलवे टूरिज्म को आगे बढ़ाने में आईआरसीटीसी लगातार कोशिश कर रहा है. देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पिछले कई दिनों में आईआरसीटीसी की तरफ कई पैकेज की शुरुआत की गई. अब आईआरसीटीसी की तरफ से मेडिकल टूरिज्म की पहल की गई है.
विदेश से भारत आकर इलाज करवाने वालों की संख्या बढ़ी
मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के लिए भारत सबसे अधिक मांग वाले जगहों में से एक है. पिछले कुछ दशकों में आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में देश ने अच्छी प्रगति की है, पूरे देश में समग्र स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए भारत ने एक मजबूत प्रणाली को विकसित किया है, जो आधुनिक स्वास्थ्य व्यवस्था देखभाल, उसके वैकल्पिक चिकित्सा को एक साथ जोड़ती है. भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (IIPA) के आंकड़ों के अनुसार, 2019 में अकेले चिकित्सा उपचार के लिए लगभग 6.97 लाख चिकित्सा पर्यटक भारत आए. 2023 तक भारत वैश्विक चिकित्सा मूल्य पर्यटन (एमवीटी) बाजार हिस्सेदारी का 6% हिस्सा होगा.
ऐसे उठा सकते लाभ
देश भर के लगभग 500 अस्पतालों, नर्सिंग होम और 1000 से अधिक डायग्नोस्टिक सेंटर जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की सुविधाएं इस मेडिकल टूरिज़्म के तहत उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके के साथ, ग्राहकों को उनके मन-पसंद, सुविधा और बजट के अनुसार उनकी चिकित्सा सुविधाओं का चयन करने हेतु मार्गदर्शन के साथ व्यवस्था की उपलब्धता भी इसके माध्यम से कराई जा रही है.
असल में आईआरसीटीसी ने एक 'मेडिको-तकनीकी ऑनलाइन सेवा कंपनी के साथ साझेदारी की है. यह कंपनी मेडिकल और वेलनेस पैकेज प्राप्त करने वाले ग्राहकों को संपूर्ण 'बैक-एंड' सर्विसेज प्रदान करेगी. चिकित्सा पर्यटन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए, ग्राहक को आईआरसीटीसी के पर्यटन पोर्टल www.irctctourism.com/MedicalTourism पर लॉग इन करना होगा. उपचार की आवश्यकता का विवरण देते हुए बीमारी से संबंधित रोग का 'पूछताछ फॉर्म' भरना होगा. एक बार पूछताछ जानकारी प्राप्त होने के बाद, आईआरसीटीसी टीम ग्राहक को कॉल करेगी. ग्राहक की सुविधा और बजट के अनुसार बीमारी तथा उसके इलाज के अन्य विकल्पों के बारे में बताएगी और ग्राहक को सभी तरह से इलाज कराने में सक्षम बनाएगी.