ट्यूशन की फीस भरने के लिए रात में डिलीवरी एजेंट का काम करती है पाकिस्तान की मीराब...खोलना चाहती है खुद का फैशन ब्रांड

मीराब लाहौर के योहानाबाद की रहने वाली है और एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती है. पढ़ाई के साथ-साथ परिवार की जिम्मेदारी संभालने के लिए उसे फूड डिलीवरी एजेंट का काम करना पड़ा. अपने असाइनमेंट और मां के इलाज के लिए उसे पैसे की जरूरत है.

Meerab, Food delivery agent
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST
  • परिवार की है जिम्मेदारी
  • ट्यूशन की फीस के लिए नहीं थे पैसे

भारत में कई ऐसे बिजनेस हैं जहां आज भी पुरुषों का वर्चस्व है. इन्हीं में से एक है फूड डिलीवरी बिजनेस. लेकिन अब धीरे-धीरे महिलाएं भी इन क्षेत्रों में अपनी धाक बना रही हैं. वहीं सोशल मीडिया के इस दौर में कौन कब वायरल हो जाए ये पता ही नहीं चलता. बीच में हमने आपको इस तरह की कई प्रेरक कहानियां बताई थीं. अब ऐसी ही एक कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं.

आज की प्रेरणादायक कहानी है पाकिस्तान की रहने वाली मीराब की. मीराब दिन में पढ़ाई करती हैं और रात में KFC में फूड डिलीवरी एजेंट का काम करती हैं. मीराब की कहानी को फिज़ा नाम की एक लड़की ने लिंक्डइन पर शेयर किया था. फिज़ा यूनिलिवर में 'ग्लोबल ब्रांड लीड' के तौर पर काम करती है. फिजा ने अपनी पोस्ट अपनी और मीराब की बातचीत को शेयर किया है.

परिवार की है जिम्मेदारी
फिजा और उसके दोस्तों ने मीराब के जीवन के बारे में और अधिक जानने के लिए उसके साथ बातचीत करने की पहल की. रिपोर्ट्स के अनुसार फिजा ने KFC से खाना ऑर्डर किया था. इसके बाद फिजा को एक कॉल आया, जिसने कहा कि मैं आपकी राइडर बोल रही हूं. फूड डिलीवरी में किसी महिला की आवाज सुनते ही फिजा को उससे मिलने को उत्सुक हुई. बातचीत के बाद फिजा को पता चला कि मीराब लाहौर के योहानाबाद की रहने वाली है और एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती है. पढ़ाई के साथ-साथ परिवार की जिम्मेदारी संभालने के लिए उसे ये काम करना पड़ा.

ट्यूशन की फीस के लिए नहीं थे पैसे
अभी एक संगठन कथित तौर पर उसकी स्कूली शिक्षा के लिए भुगतान कर रहा है, लेकिन फिर भी उसे अपने असाइनमेंट के लिए और अपनी मां के इलाज के लिए पैसे की जरूरत है. मीराब ने अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बाइक चलाने के अपने पैशन को एक साइड बिजनेस में बदलने का फैसला किया. लिंक्डइन पोस्ट के अनुसार, मीरा अपने ट्यूशन की फीस देने के लिए केएफसी राइडर के रूप में नाइट शिफ्ट में काम कर रही है. वह फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन कर रही है. मीराब अभी तीन साल तक और ये काम करेगी ताकि वो अपनी पढ़ाई पूरी कर सके. इसके बाद वो खुद की फैशन ब्रांड लॉन्च करना चाहती है.

 

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