मेरठ वालों के लिए दिल्ली थोड़ी और पास हो गई है. मेरठ साउथ आरआरटीएस (Rapid Rail Transit System) स्टेशन आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. आठ किलोमीटर के इस सेक्शन के जुड़ने के साथ ही दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का कुल 42 किलोमीटर हिस्सा चालू हो गया है. अब गाजियाबाद के साहिबाबाद से लेकर मेरठ साउथ तक के नौ स्टेशनों का सफर आधे घंटे में पूरा हो सकेगा.
मेरठ का पहला रैपिड रेल स्टेशन
'मेरठ साउथ' मेरठ जिले का पहला आरआरटीएस स्टेशन है. इसके आस-पास मोहिउद्दीनपुर, भूड़बराल, बहादुरपुर, अमीनगर, छज्जूपुर, खरखौदा, कादराबाद आदि क्षेत्र आते हैं. इस स्टेशन के शुरू होने से इन इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए यात्रा आसान होने की उम्मीद है. आरआरटीएस ट्रेनों के अलावा यह स्टेशन मेरठ क्षेत्र के लिए स्थानीय मेट्रो सेवाएं भी देगा. स्टेशन में तीन प्लेटफॉर्म पर तीन ट्रैक हैं. दो नमो भारत ट्रेनों के लिए और एक स्थानीय मेट्रो सेवाओं के लिए.
इस स्टेशन में तीन लेवल हैं. पहला ग्राउंड, दूसरा अंडरग्राउंड (Mezzanine) और तीसरा कॉनकोर्स (Concourse) और प्लेटफॉर्म. इसकी लंबाई लगभग 215 मीटर, चौड़ाई 36 मीटर और ऊंचाई 22 मीटर है. साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक पूरे सेक्शन पर नमो भारत ट्रेनें सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक यात्रियों के लिए चलती रहेंगी. दोनों दिशाओं में पहली ट्रेन सुबह 6:00 बजे रवाना होगी. आखिरी ट्रेन टर्मिनल स्टेशनों (साहिबाबाद और मेरठ साउथ) से रात 10:00 बजे रवाना होगी.
क्या होगा किराया?
नमो भारत ट्रेन का एकतरफा रियायती किराया साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक स्टैंडर्ड क्लास के लिए 110 रुपये होगा. गाजियाबाद से मेरठ साउथ तक स्टैंडर्ड क्लास के लिए किराया 90 रुपये होगा. मेरठ साउथ आरआरटीएस स्टेशन पर आरआरटीएस कॉरिडोर के उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्किंग सुविधा होगी. स्टेशन के प्रवेश/निकास द्वार के दोनों ओर स्थित दो पार्किंग स्थल लगभग 13,000 वर्ग मीटर में बनाए गए हैं. इन पार्किंग स्थलों में लगभग 1,200 चौपहिया और दोपहिया वाहन खड़े हो सकते हैं.
इसके अलावा ऑटो-रिक्शा के लिए भी समर्पित पार्किंग उपलब्ध है. स्टेशन को मेरठ और दिल्ली दोनों से आने वाले वाहनों के लिए आसान पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ की सुविधा के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें मुख्य सड़क से सीधी पहुंच है. दिव्यांग यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन में एक स्पेशली-एबल्ड पार्किंग क्षेत्र और रैंप भी मौजूद है. ताकि वे नमो भारत ट्रेन में आसानी से यात्रा कर सकें.
क्या है रैपिड रेल?
रैपिड रेल भारत की पहली तेज रफ्तार रेलगाड़ी है जिसकी शुरुआत अक्तूबर 2023 में हुई थी. यह ट्रेन 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है. इसे शुरू करने का मुख्य उद्देश्य था कि दिल्ली से मेरठ तक के सफर को एक घंटे से कम का कर दिया जाए. इसके लिए करीब 82.15 किलोमीटर का कॉरिडोर तैयार होना है. पूरा कॉरिडोर जून 2025 तक तैयार होने की उम्मीद है.