एक डॉक्टर ऐसा भी.... गरीबों को फ्री में करवाता है मेडिकल की पढाई

यहां के छात्र भी इस बात से बाखूबी वाकिफ हैं कि 50 विलेजर्स ने उन्हें बड़ा मौका दिया है. भरत कहते है उनके यहाँ का हर छात्र हर बार एमबीबीएस में सिलेक्ट होता है और उनको अच्छा कॉलेज भी मिलता है .

Bharat saran
वरुण सिन्हा
  • जयपुर,
  • 25 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:44 PM IST

शिक्षा हमारे समाज को सबसे ज्यादा ताकत देती है. लेकिन कुछ गरीब तबके के लोग शिक्षा के आभाव में ही जिंदगी गुजार देते हैं. अब ऐसी ही लोगों के लिए बाड़मेर के भरत सरन मसीहा बन कर आए हैं. भरत सरन का मकसद सिर्फ एक ही है  बाड़मेर जिले में शिक्षा की लौ जलाना. इसलिए वो गरीब बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई कराकर उन्हें डॉक्टर बनाने की मुहिम चला रहे हैं. इस मुहिम का नाम 50 विलेजर्स है. भरत सरन ने अब तक कुल  65 से ज्यादा बच्चों को डॉक्टर बनाने के अलावा 210 बच्चो को सरकारी नौकरी दिला चुके हैं. 

पेशे से डॉक्टर हैं भरत सरन

भरत सरन खुद एक डॉक्टर हैं, और कहते हैं उनकी जिंदगी मकसद भी बच्चों को डॉक्टर बनाना रहा है. बाड़मेर के सरकारी हॉस्पिटल में डॉक्टर भरत सरन, ने करीब 10 साल पहले ये तय किया की ग्रामीण क्षेत्र, पिछड़े क्षेत्र के बच्चो की शिक्षा के लिए उन्हें कुछ काम करना है. इसके लिए उन्होंने 50 विलेजर्स नाम की संस्था बनाई, और संस्था में पूरे बाड़मेर के उन गरीब बच्चो को जोड़ा जिनके पास पढ़ाई करने के लिए पैसा नही था, संस्था से जुड़ने वाले कुछ बच्चे अनाथ भी थे. 

50 बच्चों का बैच हर साल 

हर साल चलने वाले बैच में 50 बच्चें मेडिकल की पढ़ाई करते हैं. ये सभी बच्चे आपस में एक दूसरे को पढ़ाते है. यहां कोई बाहर से टीचर नहीं आता सब एक दूसरे की मदद करते है और जहा कमी रह जाती है वहा भरत सरन बच्चो को पढ़ाते है.

यहां के छात्र भी इस बात से बाखूबी वाकिफ हैं कि 50 विलेजर्स ने उन्हें बड़ा मौका दिया है. भरत कहते है उनके यहाँ का हर छात्र हर बार एमबीबीएस में सिलेक्ट होता है और उनको अच्छा कॉलेज भी मिलता है . बाड़मेर के भरत सरण की कहानी एक मिसाल रही है. उनके पढ़ाए हुए वो गरीब बच्चे आज देश में डॉक्टर्स बन कर अपनी सेवा दे रहे हैं. 

 

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