भारत-बांग्लादेश के बीच तीसरी ट्रेन सेवा आज से शुरू हो गई है. यह ट्रेन पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी और ढाका के बीच शुरू हुई है. इस ट्रेन का नाम है- 'मिताली एक्सप्रेस.' बंधन एक्सप्रेस (कोलकाता-खुलना-कोलकाता) और मैत्री एक्सप्रेस (कोलकाता-ढाका-कोलकाता) के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच यह तीसरी ट्रेन है.
श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय रेल मंत्री, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, भारत सरकार और श्रीमान एमडी नूरुल इस्लाम सुजान, रेल मंत्री, बांग्लादेश सरकार ने 13132 मिताली एक्सप्रेस को न्यू जलपाईगुड़ी से ढाका छावनी के लिए नई दिल्ली से रिमोट के माध्यम से स्थानीय सांसद व विधायकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में एनजेपी स्टेशन पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
ट्रेन का समय:
मिताली एक्सप्रेस उत्तरी पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से सुबह 11.45 बजे रवाना होगी और बांग्लादेश के समयानुसार रात 10.30 बजे ढाका पहुंचेगी. यह भारतीय सीमा के अंतिम स्टेशन हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश की ओर से पहले स्टेशन चिलाहाटी में ड्राइवरों के बदलने के लिए 10 मिनट के लिए रुकेगी. इसके अलावा, ट्रेन का कोई दूसरा स्टॉपेज नहीं है.
मिताली एक्सप्रेस भारत से बांग्लादेश के लिए रविवार और बुधवार को चलेगी और विपरीत दिशा में सोमवार और गुरुवार को चलेगी.
कुल दूरी:
ट्रेन नौ घंटे में न्यू जलपाईगुड़ी और ढाका (ढाका छावनी स्टेशन) के बीच 513 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. ट्रेन का 69 किमी रूट भारत के भीतर है, बाकी बांग्लादेश में है. कार्यक्रम में उपस्थित नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे के जनरल मैनेजर अंशुल गुप्ता ने कहा कि इस रेल की शुरुआत से यात्रियों को काफी फायदा पहुंचेगा. उत्तर बंगाल से बांग्लादेश जाने वाले यात्रियों को अब 400 किलोमीटर व 7 घंटे का समय कम लगेगा.
किराया:
एसी केबिन बर्थ टिकट की कीमत ₹4,905, एसी केबिन चेयर कार टिकट की कीमत ₹3,805 और एसी चेयर कार टिकट की कीमत 2,707 है.
जरूरी दस्तावेज:
टिकट की बुकिंग पहले ही शुरू हो चुकी है, और आपको बता दें कि इस ट्रेन में यात्रा करने के लिए पासपोर्ट और वीजा अनिवार्य है. जी हां. अगर आप बांग्लादेश जाना चाहते हैं तो आपको अपना पासपोर्ट और वीजा लेना होगा.
सभी का मानना है कि इस यातायात की सुविधा से उत्तर बंगाल और बांग्लादेश के रिश्ते और भी बेहतर हो जाएंगे. पर्यटन में भी काफी सुधार आएगा और साथ ही पहले की संख्या से ज्यादा मात्रा में लोग अब इन दोनों जगहों में घूमने या अन्य विषयों के लिए भी यातायात करते नजर आएंगे. पिछले यातायात साधनों की तुलना में अब यात्रियों को और भी ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाएगी, जिससे यात्रियों की यात्रा और भी यादगार और सुखद बन जाएगी.