Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Updates: बुलेट ट्रेन का सपना देख रहे लाखों करोड़ों भारतियों के लिए गुड न्यूज है. दरअसल में रेल मंत्रालय ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए यह बताया है कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (MAHSR) में अब तक कितना काम हो चुका है. यह भारत की महत्वाकांक्षी और सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है. रेलवे द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में भूमि अधिग्रहण का काम 98.8 फीसदी तक हो चुका है. आइए विस्तार से जानते हैं कि कहां कितना काम हुआ है तथा इस परियोजना की लागत कितनी है. इसके साथ ही जानेंगे कि इसकी खासियत क्या रहने वाली है.
कहां कितना काम हुआ है ?
रेलवे ने जो रिपोर्ट जारी की है उसके अनुसार गुजरात में 98.8 फीसदी, डीएनएच में 100 फीसदी और महाराष्ट्र में 75.25 फीसदी तक भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है. वहीं 162 किमी तक पाइलिंग का काम और 79.2 किमी तक घाट का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही साबरमती में पैसेंजर टर्मिनल हब का काम भी पूरा होने वाला है. बता दें कि महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे और पालघर तथा गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, खेड़ा और अहमदाबाद से होकर बुलेट ट्रेन गुजरेगी. ट्रैक की कुल लंबाई 508.17 किलोमीटर है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा था ?
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना में देरी हुई है और इसकी वजह है भूमि अधिग्रहण में देरी. खासकर महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण करने में देरी हुई है. इसके अलावा कोरोना की वजह से भी काम में डिले हुआ है.
क्या है खासियत ?
हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी. इसकी रफ्तार 320 किमी प्रति घंटे की होगी. ऐसे में दोनों शहरों के बीच की दूरी को मात्र 3 घंटे में पूरा किया जा सकेगा.
इस परियोजना की कुल लागत कितनी है ?
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपए है. जिसमें केंद्र सरकार 10,000 करोड़ रुपए, गुजरात सरकार 5,000 करोड़ रुपए और महाराष्ट्र सरकार भी 5,000 करोड़ रुपए नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) को भुगतान करेगी. बाकी राशि जापान से 0.1 प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज लिया जाएगा.