Mumbai Metro: ड्राइवर से लेकर तकनीशियन तक, हर जगह महिलाओं का बोलबाला, मुंबई मेट्रो ने पेश की महिला सशक्तिकरण की मिसाल

मुंबई मेट्रो की नई दो लाइनों से लोगों को ट्रैवल में राहत मिलेगी. साथ ही, बहुत सी महिलाओं रो यहां पर रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.

Mumbai Metro
पारस दामा
  • मुंबई ,
  • 22 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:54 AM IST
  • महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा 

देश की महिलाएं लगातार हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. पिछले कुछ सालो में स्थिति काफी बदली है. अब महिलाएं वे सभी काम भी करती हैं जो पहले सिर्फ़ पुरुषों को अधिकार में थे. जैसे देश में अब महिलाएं न सिर्फ बस, ऑटो बल्कि रेल और मेट्रो ट्रेन भी चला रही हैं. 

मुंबई में दो दिन पहले ही नयी मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया गया है. इस मेट्रो की सबसे ख़ास बात यह रही कि इस मेट्रो ट्रेन को चलाने वाली सारी महिलाएं थीं.
आपको बता दें कि मुंबई में शुरू हुई नयी मेट्रो लाइन 7 और 2ए मुंबई के लोगो के लिए बेहद ही ख़ास है. 

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा 
एक तरफ़ लोगो को इस मेट्रो लाइन  के शुरू होने के बाद ट्रैफिक से भी काफ़ी निजात मिलेगी. साथ ही, यात्रा भी आरामदायक होगी. इस मेट्रो के एक और ख़ास बात यह है की यह मेट्रो लाइन महिला सशक्तीकरण को भी बढ़ावा दे रही है. इस मेट्रो लाइन पर काम करने वाले लोगों में 30 प्रतिशत महिला कर्मचारी हैं. 

इस नयी मेट्रो के तकनीकी विभाग में भी महिलाओं की एक स्पेशल टीम है. यहां पर कुल 305  कर्मचारी हैं जिनमें से 63 महिला तकनीशियन हैं. वे रोलिंग स्टॉक के सभी तकनीकी रखरखाव कार्यों की देखभाल करती हैं. चाहे वह प्राथमिक रखरखाव, निरीक्षण और गियर गड़बड़ी  के तहत मरम्मत, पेंटाग्राम (ओएचई) के रखरखाव या किसी भी छोटे नट बोल्ट को ठीक करना हो. 

मेट्रो ड्राइवर भी महिलाएं 
इस मेट्रो लाइन पर शुरू हुई मेट्रो मुंबई के लोगो के लिए बड़ी राहत है. साथ ही मेट्रो को चलाने वाले लोगो में अधिकतर महिला ड्राइवर हैं. इस लाइन पर तक़रीबन 21 महिला ड्राइवर हैं. वहीं, मेट्रो को सिग्नल देने वाले डिपार्टमेंट में भी महिला कर्मियों का महत्वपूर्ण किरदार है. साथ ही, टिकट डिपार्टमेंट और अन्य कई विभागों में महिला कर्मचारियों की संख्या काफ़ी अधिक है. ऐसे में यह नयी मेट्रो लाइन महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण देती है.

 

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