मानसून में मुसाफिरों को मुसीबतों से बचाएगा Mumbai Metro, चारकोप डिपो में बनाया Monsoon Control Room

बरसात के दिनों में मुसाफिरों को मुसीबतों से बनाने के लिए मुंबई मेट्रो ने चारकोप डिपो में मानसून कंट्रोल रूम बनाया है. मुंबई मेट्रो ने मुसाफिरों के लिए संपर्क नंबर दिया है.

मुंबई मेट्रो ने मानसून में मुसाफिरों को मुसीबतों से बचाने के लिए कंट्रोल रूम बनाया
पारस दामा
  • मुंबई,
  • 07 जून 2023,
  • अपडेटेड 2:45 PM IST

बरसात का मौसम आने वाला है. उस समय आर्थिक राजधानी मुंबई में खूब बारिश होती है. हर साल पूरी मुंबई जलमग्न हो जाती है. सड़कों पर पानी भर जाता है. इन समस्याओं से निपटने के लिए हर साल तैयारियां की जाती हैं, ताकि आम लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. इस बार भी बरसात में आने वाली मुसीबतों से निपटने के लिए जोरशोर से तैयारी चल रही है. एमएमआरडीए, बीएमसी और रेलवे ने पूरी तैयारी की है. मुंबई में कुछ समय पहले शुरू हुई नई मेट्रो लाइन पर बारिश से दिक्कता ना हो, इसके लिए एमएमआरसी एक्टिव हो गई है. एमएमआरसी ने एक कंट्रोल रूम बनाया है.

मुंबई मेट्रो ने बनाया कंट्रोल रूम-
मुंबई मेट्रो ने मानसून के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए चारकोप डिपो में मानसून नियंत्रण कक्ष शुरू किया है. यह मॉनसून कंट्रोल रूम अत्याधुनिक तकनीक और उच्च प्रशिक्षित पेशेवरों की एक टीम से लैस है, जो खराब मौसम में किसी भी संभावित जोखिम या व्यवधान को कम करने के लिए निर्बाध सेवाएं प्रदान करेगा.

मुसाफिरों के लिए संपर्क नंबर जारी-
मुंबई मेट्रो की तरफ से किसी भी समय मुसाफिरों की मदद के लिए संपर्क नंबर जारी किया गया है. मुंबई मेट्रो ने सुविधा के लिए 1800 889 0505 / 1800 889 0808 (वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं, बच्चे, अलग-अलग सक्षम) संपर्क नंबर जारी किया गया है.

इमरजेंसी के लिए हॉटलाइन नंबर-
मानसून नियंत्रण कक्ष के साथ संचार की सुविधा के लिए एक हॉटलाइन नंबर स्थापित किया गया है. हॉटलाइन नंबर सीधे राज्य आपदा प्रबंधन, ग्रेटर मुंबई नगर निगम, पुलिस नियंत्रण कक्ष, एम्बुलेंस सेवाओं और फायर ब्रिगेड से जुड़ा हुआ है, जो किसी भी आपात स्थिति में सेवाएं प्रदान करेगा.

एनीमोमीटर और सीसीटीवी कैमरे-
मुंबई मेट्रो के लागू किए गए प्रमुख उपायों में से एक 10 मेट्रो स्टेशनों पर 5 लाइनों 2ए और 7 में पवन वेग एनीमोमीटर का इस्तेमाल किया गया है. ये एनीमोमीटर हवा की गति को सटीक रूप से मापते हैं, जिससे मुंबई मेट्रो को हवा की स्थिति की बारीकी से निगरानी करने और यह निर्धारित करने में मदद मिलती है कि क्या इसे जारी रखना सुरक्षित है.

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