National Ice Cream Day: हर साल जुलाई के तीसरे रविवार को मनाया जाता है यह दिन, जानें इसका इतिहास और इंडिया में कैसे पहुंची आइसक्रीम

National Ice Cream Day 2023: अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने नेशनल आइसक्रीम डे को मनाने की शुरुआत की थी. विशेषज्ञों के अनुसार मार्केट में बनी आइसक्रीम के मुकाबले, घर में बनी आइसक्रीम खानी चाहिए. यह शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है. 

Ice Cream
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 2:01 PM IST
  • दूध से बनी आइसक्रीम में पाया जाता है प्रोटीन और कैल्शियम
  • खाना खाने के एक घंटे बाद आइसक्रीम खानी चाहिए

चाहे बच्चे हों या बूढ़े आइसक्रीम खाना सभी को पसंद है. बीते कुछ समय से इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि बाजार में इसके कई सारे फ्लेवर मिलने लगे हैं. आइसक्रीम के प्रति लोगों की इसी लोकप्रियता को देखते हुए हर साल जुलाई के तीसरे रविवार को नेशनल आइसक्रीम डे मनाया जाता है.

ऐसे हुई थी इस डे को मनाने की शुरुआत
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने नेशनल आइसक्रीम डे को मनाने की शुरुआत की थी. उन्होंने 1984 में अमेरिकी आबादी के 90 प्रतिशत से अधिक लोगों की ओर से पसंद की जाने वाली आइसक्रीम के सम्मान में हर साल जुलाई के तीसरे रविवार को नेशनल आइसक्रीम डे मनाने की घोषणा की थी. इस दिन ने डेयरी उद्योग को बढ़ावा दिया और अमेरिकियों के आइसक्रीम के प्रति प्यार को उजागर किया. राष्ट्रपति रीगन की आइसक्रीम के प्रति रुचि के कारण ही आइसक्रीम माह की शुरुआत हुई थी.

कैसे हुआ आइसक्रीम का आविष्कार
ऐसा माना जाता है कि लगभग हजारों साल पहले फारसी साम्राज्य के लोग एक कटोरे में कुछ बर्फ और इसका स्वाद बढ़ाने के लिए ऊपर से अंगूर का रस मिलाते थे. वहां के लोग इसे आमतौर पर चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए खाया करते थे. बात करें आइसक्रीम की तो इटली में पहली आइसक्रीम का जन्म हुआ था. इसका श्रेय 1642 में जन्मे एक व्यक्ति को जाता है, जिसका नाम एंटोनियो लातिनी है. लातिनी ने मिल्क बेस्ड एक स्वादिष्ट व्यंजन बनाया था.

भारत तक कुछ ऐसे पहुंची आइसक्रीम
फ्रांस के शासक नीरो के बारे में भी कहा जाता है कि वह फलों के रस से बनी आइसक्रीम खाने के शौकीन थे. यदि भारत की बात करें तो यहां आइसक्रीम मुगल बादशाहों के साथ पहुंची. ऐसे दस्‍तावेज मिलते हैं, जो बताते हैं कि बादशाह अकबर के लिए आइसक्रीम जैसा ठंडा डेजर्ट बनाया गया था. इसकी रेसिपी आइना-ए-अकबरी और अकबरनामा में मिलती है. आइसक्रीम को बड़े पैमाने पर बनाने के लिए 1851 में इंसुलेटेड आइस हाउस का अविष्‍कार किया गया. इसके बाद शाही परिवारों और अमीर लोगों तक सीमित आइसक्रीम आम आदमी की पहुंच में भी आई. इसी के बाद हर आम और खास आदमी आइसक्रीम का स्‍वाद लेने लगे. 

ग्लोबल डिमांड बढ़ रही
हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार आइसक्रीम बनाने के उपकरणों के बाजार में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है. साल 2022 तक यह बाजार 9.3 बिलियन डॉलर का था, जो अगले दशक के भीतर 13.6 बिलियन डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है. यही कारण है कि इसे फ्यूचर मार्केट के रूप में देखा जा रहा है. इससे साफ है कि आइसक्रीम की ग्लोबल डिमांड बढ़ रही है.

खाने के तुरंत बाद नहीं खाएं आइसक्रीम
कई बार लोग खाना खाने के बाद आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं लेकिन यह बहुत गलत है. दरअसल, भोजन को ठीक से पचाने के लिए पाचन अग्नि का तेज होना आवश्यक है. इस प्रक्रिया के लिए पर्याप्त गर्मी की आवश्यकता होती है. खास बात यह है कि खाने के तुरंत बाद ही यह प्रक्रिया ​शुरू हो जाती है, लेकिन जब आप खाने के बाद ठंडी आइसक्रीम खा लेते हैं तो पाचन अग्नि कम हो जाती है, जिसका सीधा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है. कई बार इसके कारण पेट में गैस और कब्ज की शिकायत हो सकती है. आइसक्रीम में फैट की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में कई बार इसके ज्यादा सेवन से ब्लोटिंग की शिकायत हो सकती है. आप खाना खाने के करीब एक घंटे बाद आइसक्रीम खाएं.

घर में बनी आइसक्रीम खाना ज्यादा फायदेमंद 
विशेषज्ञों के अनुसार मार्केट में बनी आइसक्रीम के मुकाबले, घर में बनी आइसक्रीम खाना ज्यादा फायदेमंद है. क्योंकि यह शुद्ध दूध से बनाई जाती है और इसमें किसी तरह का कोई प्रिजरवेटिव व केमिकल नहीं होता है. इसमें मीठा भी आप अपने अनुसार रख सकते हैं. इसी के साथ इस बात का ध्यान रखने की भी जरूरत है कि आप आइसक्रीम वीक में दो बार से ज्यादा न खाएं.

आइसक्रीम में काफी मात्रा में होता है प्रोटीन 
अक्सर लोग आइसक्रीम में खांसी, जुकाम का कारण मान लेते हैं. लेकिन कई विशेषज्ञों के अनुसार आइसक्रीम में काफी मात्रा में प्रोटीन होता है, इसलिए इसकी तासीर गर्म होती है. आइसक्रीम खाने के कई फायदे हैं. दूध से बनने वाली आइसक्रीम में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम पाया जाता है. प्रोटीन से जहां मांसपेशियां मजबूत होती हैं, वहीं कैल्शियम हड्डियों को मजबूती देता है. आइसक्रीम में कई खनिज पदार्थ होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। हालांकि फिर भी आइसक्रीम का सीमित सेवन ही बेस्ट है. आइसक्रीम में ओमेगा 3 और विटामिन डी भी पाया जाता है. ओमेगा 3 ब्रेन, स्किल और हेयर के लिए अच्छा होता है.

उदास हैं तो खाएं आइसक्रीम
एक सर्वे में यह चौंकाने वाली बात सामने आई है. यदि आप उदास हैं, दिनभर की थकान से मानसिक रूप से थक चुके हैं तो एक स्कूप आइसक्रीम आपका मूड फ्रेश कर देगी. एक स्टडी के अनुसार जब आप आइसक्रीम खाते हैं, तो शरीर सेरोटोनिन नामक हार्मोन का उत्पादन करता है. सेरोटोनिन, एक फील गुड हार्मोन है, जिससे आप खुश महसूस करते हैं. ह्यूमन रिप्रोडक्शन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो महिलाएं उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद जैसे आइसक्रीम खाती हैं, उनके गर्भवती होने की संभावना उन लोगों की तुलना में अधिक होती है, जो मलाई रहित दूध और वसा रहित दही का सेवन करती हैं. इतना ही नहीं जो महिलाएं सप्ताह में दो या अधिक बार आइसक्रीम खाती हैं, उनमें इनफर्टिलिटी का खतरा 38% कम हो जाता है। 


 

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