दिल्ली में अब ट्यूलिप के फूल उगाने की कवायद की जा रही है. अब तक ट्यूलिप दूसरे देशों से आयात किया जाता है. लेकिन नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने मंगलवार को लोधी गार्डन में एक ट्यूलिप ग्रोथ कम स्टोरेज चैंबर- ट्यूलिप हाउस की स्थापना की है ताकि शहर में ही ये खूबसूरत फूल उगाए जा सकें.
नगर निकाय के अनुसार, एलजी वीके सक्सेना ने पिछली सर्दियों में एनडीएमसी के ट्यूलिप बागानों के अपने दौरे के दौरान यह बात रखी थी. उन्होंने ट्यूलिप पौधों के स्वदेशी उत्पादन को सुनिश्चित करने के साधनों की खोज पर जोर देने के बाद यह पहल की थी. विभिन्न विभागों के अधिकारियों के विचार-मंथन के बाद, स्वदेशी ट्यूलिप बल्ब मल्टिप्लिकेशन के लिए ट्रायल्स शुरू करने का निर्णय लिया गया.
हर साल आयात होते थे ट्यूलिप
एनडीएमसी साल के इस समय इन फूलों को आयात करती है और उन्हें विभिन्न स्थानों पर लगाती है. परिषद ने 2022 में 1 लाख से अधिक ट्यूलिप बल्ब और 2021 में 65,000 से अधिक ट्यूलिप बल्बों का आयात किया था. एजेंसी ने कहा कि ग्रोथ कम स्टोरेज चैंबर की स्थापना का उद्देश्य आयात लागत को कम करना, देश में ट्यूलिप की उपलब्धता बढ़ाना और स्थानीय फूलों की खेती उद्योग को बढ़ावा देना है.
एनडीएमसी ने एक बयान में कहा, “अपनी तरह के अनूठे ट्यूलिप ग्रोथ कम स्टोरेज चैंबर की स्थापना करके, हम स्वदेशी बल्बों के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत में ही उत्पादन को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं, इसके बाद हर साल आयातित होने वाले ट्यूलिप बल्बों पर निर्भरता को कम किया जा सकता है. दिल्ली क्षेत्र में तापमान ट्यूलिप के गुणन/उत्पादन के लिए उपयुक्त नहीं है इसलिए चैंबर बनाया गया है.
क्या है यह चैंबर
इस नए ट्यूलिप चैंबर में एक कोल्ड स्टोरेज है, जिसमें 50,000 ताजे बल्ब रखने की क्षमता है, जिन्हें 2 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान में नियंत्रित किया जा सकता है. एनडीएमसी के अनुसार, सेट-अप में लगभग 2,000 बल्ब उगाने की सुविधा के साथ एक ट्यूलिप प्रोपेगेशन चैंबर भी शामिल है, जिसे तापमान-नियंत्रित वातावरण में रखने पर 4,000 बल्बों में मल्टीप्लाई जा सकता है.