संसद में हुई सुरक्षा चूक के बाद लोकसभा सचिवालय ने 8 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. बता दें, 13 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र में 2 घुसपैठिए सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए थे. मनोरंजन डी और सागर शर्मा नामक व्यक्तियों ने सार्वजनिक गैलरी से प्रवेश करके, कनस्तरों से पीला धुंआ छोड़ते हुए लोकसभा में सुरक्षा तोड़ी (Security Breach).
हालांकि, सबके मन में ये सवाल है कि आखिर उन्होंने संसद में एंट्री कैसे की? दरअसल, उनमें से एक ने मैसूरु लोकसभा के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से संसद में एंट्री का पास हासिल किया था. आमतौर पर विजिटर्स पास जारी करते समय सांसदों को भी कुछ नियमों का पालन करना होता है. इसके लिए कुछ दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं.
कैसे होता है विजिटर्स पास जारी?
-अकेडमिक, छात्रों और आम जनता सहित विजिटर्स को नियमित रूप से संसद में प्रवेश दिया जाता है. वे विधायी कार्यवाही देखने के लिए सांसदों से पास मांग सकते हैं.
-विजिटर्स पास का अनुरोध करने वाले सांसदों को अतिथि के साथ अपने व्यक्तिगत परिचय की घोषणा करनी होती है और साथ उनके लिए पूरी जिम्मेदारी लेनी होती है.
-सांसदों को विजिटर्स के लिए आवेदन पत्र जमा करते समय, विजिटर के बारे में पूरी डिटेल्स देनी होती है, जिसमें पूरा नाम, उम्र, पिता या पति का नाम, राष्ट्रीयता, पासपोर्ट नंबर (विदेशियों के लिए), और व्यवसाय शामिल है.
-गृहिणियों के मामले में, पति का व्यवसाय विवरण, पूरा स्थायी पता, राज्य और पूरा दिल्ली का पता भी अनिवार्य है.
-सांसदों को आवेदन पत्र पर विजिटर के साथ अपने रिश्ते या व्यक्तिगत संबंध को बताते हुए और पूरी जिम्मेदारी का दावा करते हुए एक प्रमाण पत्र देना होगा.
क्या है कार्ड जारी करने की प्रक्रिया?
-पब्लिक गैलरी के लिए विजिटर्स पास पीले फॉर्म पर सदस्यों के आवेदन के आधार पर यात्रा से एक दिन पहले जारी किए जाते हैं.
-किसी सदस्य को किसी विशेष दिन के लिए चार से ज्यादा विजिटर कार्ड जारी नहीं किए जा सकते हैं, जारी करने के लिए विजिटर्स का विस्तृत विवरण जरूरी है.
- सांसद उसी दिन के पास के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें सभी शर्तों का पालन करना होता है.
- इसके बाद सांसदों को विजिटर्स को वेरीफाई करवाने के लिए संबंधित संयुक्त सचिव या अतिरिक्त सचिव के पास ले जाना आवश्यक है.
क्या हुआ था संसद में?
गौरतलब है कि लोकसभा कार्यवाही के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी पीला धुआं छोड़ते हुए और नारे लगाते हुए सदन में कूद पड़े. इसके साथ ही एक पुरुष और एक महिला ने संसद परिसर के बाहर ''तानाशाही नहीं चलेगी'' का नारा लगाते हुए रंगीन धुआं फेंका. सभी चार व्यक्तियों को सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया है.