पेट्रोल-डीजल की कीमत कम होने के बावजूद नेपाल पहुंच रहे लोग, जानिए कितना सस्ता है वहां पेट्रोल

नेपाल में पेट्रोल और डीजल भारत की तुलना में काफी सस्ता है. ऐसे में सीमावर्ती इलाके के लोग पेट्रोल-डीजल के लिए नेपाल की ओर रुख कर रहे हैं.

gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 06 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 7:11 PM IST
  • भारत के मुकाबले नेपाल में करीब बीस फीसदी पेट्रोल सस्ता.
  • लोग नेपाल जाकर वहां से डीजल पेट्रोल भरवाकर आ रहे.

भारत में महंगे पेट्रोल से हर कोई परेशान हैं, देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपये लीटर से मिल रहा है. महंगाई की मार से आम आदमी त्रस्त है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. हर रोज बढ़ते पेट्रोल-डीजल के भाव को लेकर जनता में बढ़ती नाराजगी को देखकर केंद्र और राज्य सरकारों ने टैक्स में कमी का ऐलान कर जनता को मामूली राहत दी है.

बिहार और नेपाल की सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों ने इस महंगाई का भी तोड़ निकाल लिया है. जी हां, नेपाल में पेट्रोल और डीजल काफी सस्ता है. ऐसे में सीमावर्ती इलाके के लोग पेट्रोल और डीजल के लिए नेपाल की ओर ही रुख कर रहे हैं.भारत की तुलना में देखें तो नेपाल में पेट्रोल और डीजल के भाव काफी कम हैं. नेपाल में पेट्रोल भारत से ही जाता है. लेकिन भारत के मुकाबले नेपाल में करीब बीस फीसदी पेट्रोल सस्ता है. 

नेपाल में पेट्रोल-डीजल की कीमतें भारत से कम 

 रक्सौल से सटे नेपाल के पर्सा जिले में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 132.25 नेपाली रुपया या 82.65 भारतीय रुपया है. इसी तरह डीजल का भाव भी प्रति लीटर 115.25 नेपाली रुपया या 72.03 भारतीय रुपया है. नेपाल सीमा से सटे बिहार के रक्सौल में पेट्रोल का भाव 107 रुपये 92 पैसे और डीजल का भाव 92 रुपये 98 पैसे प्रति लीटर है. रक्सौल में पेट्रोल और डीजल की ये दरें भारत सरकार और राज्य सरकार की ओर से टैक्स में कटौती कर दी गई छूट के बाद हैं. बिहार के लिहाज से देखें तो आज भी नेपाल में पेट्रोल 25 रुपये 92 पैसे और डीजल 20 रुपये 95 पैसे सस्ता है.

नेपाल से डीजल पेट्रोल भरवाकर आ रहे सीमावर्ती लोग 

भारत ही नेपाल को पेट्रोलियम पदार्थ की आपूर्ति करता है, लेकिन भारत में डीजल पेट्रोल की कीमत में हो रही बेतहाशा बढ़ोत्तरी के चलते नया कारोबार सीमावर्ती क्षेत्रों में तेजी से फलने-फूलने लगा है. तस्कर नेपाली क्षेत्र से डीजल-पेट्रोल लेकर राप्ती नदी और जंगल के रास्ते भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर इसकी सप्लाई कर रहे हैं. तस्कर बड़े ड्रम में डीजल और पेट्रोल भरकर उसे रस्सियों के सहारे राप्ती में चलने वाली नावों में बांध देते हैं. यह गैलेन नाव के सहारे भारतीय क्षेत्र में पहुंच जाता है. यात्रियों के उतर जाने के बाद इन्हें निकाल कर भारतीय बाजार में पहुंचा दिया जाता है. वहीं सीमावर्ती इलाकों में बहुत सारे लोग साइकिल और मोटर साइकिल से नेपाल जाकर वहां से डीजल पेट्रोल भरवाकर आ रहे हैं. इतना ही नहीं वहां से पेट्रोल भरकर वापस लौट कर इसे बाजार में बेच दिया जाता है. 

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