प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिरसा मुंडा की जयंती पर झारखंड के खूंटी स्थित उलिहातु गांव से बुधवार को 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' को हरी झंडी दिखाएंगे. ये संकल्प यात्रा 25 जनवरी तक देशभर के सभी जिलों से गुजरेगी.
केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाई जाएंगी
केंद्र सरकार की 9 साल की उपलब्धियों और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार और प्रसार के लिए यह यात्रा निकल रही है. आज़ादी के बाद पहली बार कोई केंद्र सरकार अपनी उपलब्धियों के प्रचार और प्रसार के लिए सरकारी यात्रा निकाल रही है. पीएम मोदी आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के जन्मस्थान का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं.
केंद्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक होंगे शामिल
मोदी सरकार की इस विकसित भारत की संकल्प यात्रा में समय-समय केंद्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल शामिल होंगे. इस यात्रा का संचालन और मॉनिटरिंग केंद्र सरकार के आला अधिकारियों की ओर से किया जाएगा.
योजनाओं की दी जाएगी जानकारी
इस यात्रा के पूरे देश में जनता को आयुष्मान भारत, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम आवास योजना, पीएम उज्ज्वला योजना, पीएम किसान सम्मान, जल जीवन मिशन, जन धन योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम प्रणाम और पीएम पोषण अभियान और ग़रीब कल्याण योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी. इन योजनाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है इसकी जानकारी भी दी जाएगी.
इस यात्रा के दौरान देश भर में 3,000 वैन दो महीने तक चलेंगी.केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए वैन विशेष स्थानों पर दो से तीन घंटे तक रुकेंगी. यह केंद्र और राज्य सरकारों का एक सहयोगात्मक प्रयास है. लोगों को आकर्षित करने के लिए वैन में राज्यों की विशिष्ट क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्में दिखाई जाएंगी.
देश के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को कवर करेगी यात्रा
विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत सभी प्रदेश में आईईसी वैन से निर्धारित अवधि में ऑडियो, वीडिओ विजुअल, ब्रोशर, पैम्पलेट, बुकलेट आदि के माध्यम से जनहित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाएगा. ये यात्रा देश के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों और 15,000 शहरी स्थानों को कवर करेगी. इस यात्रा का उद्देश्य ये भी है कि मोदी सरकार की ग़रीब कल्याणकारी योजनाओं से यदि कोई परिवार या कोई व्यक्ति वंचित रह गया हो तो ये सुनिश्चित करना है वो इन ग़रीब कल्याण योजनाओं का लाभ ले सके.
सूत्रों की माने तो मोदी सरकार इस यात्रा के द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव से अपनी सरकार की उपलब्धियों को ज़मीनी स्तर तक बताना चाहती है. इस यात्रा के दौरान मोदी सरकार ग़रीब कल्याण योजनाओं को लेकर फीडबैक भी तैयार करेगी. उनकी योजनाओं को सांसद, विधायक और पार्टी संगठन कितना धरातल पर उतार पाया है. इस यात्रा के फीडबैक का 2024 के लोकसभा के चुनाव की रणनीति बनाने में उपयोग किया जा सकता है.
(हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट)