देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) पर होने वाले दावोस एजेंडा (Davos Agenda 2022) में सोमवार को विशेष भाषण देने वाले हैं. डब्लूईएफ की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, 8.30 बजे पर ये भाषण होने वाला है. बता दें, ये आयोजन 17 से 21 जनवरी से होने वाला है. पिछली बार की तरह इस बार भी कोविड -19 महामारी के कारण यह वर्चुअल मोड में आयोजित किया जा रहा है.
कई राष्ट्राध्यक्ष इस कार्यक्रम को करेंगे संबोधित
आपको बता दें, कई राष्ट्राध्यक्ष इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जिनमें जापानी प्रधान मंत्री किशिदा फुमियो, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो, इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और यूरोपीय संघ के आयोग के प्रमुख उर्सुआ वॉन डेर लेयेन शामिल हैं.
इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के शीर्ष नेता, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सिविल सोसाइटी के लोग भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में दुनिया के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा और चर्चा की जाएगी कि उन्हें कैसे संबोधित किया जाए.
क्या है इसका उद्देश्य?
डब्ल्यूईएफ के मुताबिक, मौलिक रूप से अलग-अलग महामारी के अनुभवों ने वैश्विक विभाजन को तेज कर दिया है, जबकि वैक्सीन की असमानताओं और इस कोरोना वायरस के अलग-अलग स्ट्रेन ने मिलकर, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सुधार को भी धीमा कर दिया है. इसीलिए इस मंच के माध्यम से अब सभी विश्व नेताओं से सक्रिय सहयोग को प्राथमिकता देने का आग्रह किया जा रहा है.
ऑनलाइन मोड में होगा सम्मेलन
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम हर साल दावोस के स्विस स्की रिसॉर्ट में अपनी वार्षिक बैठक आयोजित करता रहा है, लेकिन कोरोनावायरस बीमारी (कोविड -19) महामारी के कारण इसे टाल दिया गया है. पिछली बार की तरह इस बार भी यह ऑनलाइन मोड में होने जा रहा है. इसकी जगह अब एक हफ्ते तक चलने वाला ऑनलाइन 'दावोस एजेंडा' समिट हो रहा है.
किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
आयोजन में कई फोरम इनिशिएटिव का शुभारंभ किया जाएगा. इसमें जीरो कार्बन एमिशन की दौड़ में तेजी लाने के प्रयास, प्रकृति को बचाने के लिए सकारात्मक समाधानों के आर्थिक अवसर सुनिश्चित करना, साइबर फ्लेक्सिबिलिटी, वैश्विक वैल्यू चेन को मजबूत करना, मानवीय निवेश के माध्यम से बाजारों में अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण करना शामिल है. साथ ही वैक्सीन निर्माण की खाई को पाटना और अगली महामारी की तैयारी के लिए डेटा सॉल्यूशन का उपयोग करना भी शामिल है.
हमारे सामने हैं अभी कई चुनौतियां
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष क्लॉस श्वाब ने कहा, "हर कोई उम्मीद कर रहा है कि 2022 में कोविड-19 महामारी, और इसके साथ आए संकट आखिरकार कम होने लगेंगे. लेकिन कईं प्रमुख वैश्विक चुनौतियां हमारा इंतजार कर रही हैं. इनमें जलवायु से लेकर विश्वास और सामाजिक एकता के पुनर्निर्माण में परिवर्तन तक काफी कुछ शामिल है. उन्हें संबोधित करने के लिए, नेताओं को नए मॉडल अपनाने, दीर्घकालिक देखने, सहयोग को नवीनीकृत करने और व्यवस्थित रूप से कार्य करने की जरूरत होगी. दावोस एजेंडा 2022 इसी के लिए है.”