प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा पर जवाब दिया. पीएम ने कहा कि 2021 में 1.20 करोड़ लोग ईपीएफओ(EPFO) से जुड़े हैं. इसमें 65 लाख लोग काफी युवा(18-25) हैं और पहली बार इन लोगों की जॉब मार्केट में एंट्री हुई है. कोरोना के मामले कम होने के बाद कई सेक्टर में नौकरियां आई हैं. लोगों को रोजगार मिल रहा है.
दुनिया भर में भारत की तारीफ
कोरोना को लेकर पीएम ने कहा कि ये मानव जाति पर बड़ी आपदा है. अलग-अलग रूप बदलकर खतरा बढ़ा रहा है. लेकिन, जिस तरह से 130 करोड़ देशवासियों ने कोरोना काल में संयम बरता है उससे दुनिया भर में भारत की तारीफ हो रही है. पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है. जब कोरोना की शुरुआत हुई थी तब पूरी दुनिया की नजर इस पर थी कि भारत की वजह से कितनी बर्बादी हो सकती है. लेकिन, सभी ने मिलकर यह जंग लड़ी और हालात संभले.
कोरोना काल में भी कम नहीं हुई रफ्तार
पीएम ने कहा कि कोरोना काल में भी देश तेज रफ्तार से आगे बढ़ता रहा. लाखों गरीबों को पक्का घर देने की दिशा में चलते रहे. कोरोना काल में 5 करोड़ ग्रामीण परिवारों के घर में नल का जल पहुंचाया गया. 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया. किसानों ने बंपर पैदावार की. इसी कोरोना काल में युवाओं ने मेहनत किया और शानदार खेल का प्रदर्शन कर दुनिया भर में भारत के मान को बढ़ाया.
मोदी ने कहा कि कुछे क्षेत्र ऐसे थे जिस पर काफी बल दिया गया और यह व्यापक जनहित और युवाओं के लिए काफी आवश्यक था. एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा दिया गया. धान खरीदी के नए रिकॉर्ड बने. किसानों को ज्यादा एमएसपी मिला और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिये सीधे उनके खाते में पैसा पहुंचा. कोरोना काल में सरकार किसानों के साथ खड़ी रही और आज किसान पहले से ज्यादा सशक्त हैं.
सरकार ने महंगाई रोकने की काफी कोशिश की
महंगाई पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिका 40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई झेल रहा है. हमारी सरकार ने महंगाई को एक लेवल पर रोकने की काफी कोशिश की और कई कदम उठाए. 2014 से 2020 तक महंगाई दर 4 से 5 प्रतिशत के पास थी जबकि यूपीए के दौर में महंगाई डबल डिजिट छू रही थी.