प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद में हुई बहस का जवाब देते हुए विपक्ष पर खूब बरसे. पीएम मोदी ने कांग्रेस को अलग अलग राज्यों में मिली हार का हवाला दिया और कहा कि ये काग्रेंस के अहंकार का नतीजा है. साथ ही महंगाई पर भी पीएम मोदी ने नेहरू के वक्त की यादें ताज़ा कर दी और राहुल गांधी पर जम कर बरसे.
महंगाई पर मोदी ने नेहरू की याद दिला दी
पीएम ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए की पिछली सरकार के आखिरी पांच सालों में लगभग पूरे कार्यकाल के दौरान महंगाई 10 फिसदी से ज्यादा रही थी जबकि 2014 से 2020 तक महंगाई 5 प्रतिशत से कम रही है. महंगाई पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले से कहा था, 'कभी-कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती है. इसके चलते चीजें मंहगी होती जा रही है. और नियंत्रण सरकार के हाथों से बाहर हो जाती है. अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है तो इसका असर भी वस्तुओं की कीमत पर पड़ता है. मोदी ने कहा कि यह उस जमाने में कहा गया था जब ग्लोबलाइजेशन इतना नहीं था, नाम मात्र का था. सोचिए तब महंगाई की समस्या कितनी गंभीर थी कि नेहरू जी को लाल किले से हाथ ऊपर करना पड़ता था.
राष्ट्र के बयान पर पीएम मोदी ने राहुल को घेरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के भारत को राष्ट्र मानने से इनकार वाले बयान की भी कड़ी निंदा की . पीएम ने राहुल गांधी पर तमिल भावनाओं को कुरेदकर उनमें अलगाववाद को उकसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने पंडित नेहरू के कथन और विष्णु पुराण के श्लोक का उदाहरण देकर पूछा कि भारत राष्ट्र नहीं तो क्या है? उन्होंने कहा कि तोड़ो और राज करो, बांटो और राज करो- कांग्रेस की यही नीति रही है. उन्होंने कहा, 'अंग्रेज चले गए लेकिन बांटो और राज करो कांग्रेस का चरित्र बन गया है, इसलिए कांग्रेस आज टुकड़े-टुकड़े गैंग का लीडर बन गई है. '
पीएम ने पूछा- छोटे किसानों से किस बात की दुशमनी है ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में कृषि कानूनों को वापस लिए जाने का दर्द बी झलका. पीएम ने राजनीति के लिए देश के छोटे किसानों के हितों की अनदेखी करने के लिए अपनी नाराजगी का इजहार किया. मोदी ने कहा, 'इतने सालों तक देश पर राज करने वाले और बड़े और अच्छे घरों में रहने वाले लोग छोटे किसान के हित की बात करना भूल चुके है. भारत की तरक्की के लिए छोटे किसान को कामयाब होना जरूरी है. छोटा किसान भारत की तरक्की को मजबूत करेगा.