प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 5 जनवरी 2025 को नमो भारत कॉरिडोर (Namo Bharat Corridor) के अतिरिक्त 13 किलोमीटर खंड का उद्घाटन करेंगे. यह खंड साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच है. इसके साथ ही ही नमो भारत ट्रेनें पहली बार दिल्ली में चलेंगी.
इस रूट पर नमो भारत ट्रेन के चलने से दिल्ली-मेरठ पहुंचना और भी आसान हो जाएगा. फिलहाल, साहिबाबाद से मेरठ तक नमो भारत रैपिड रेल चल रही है. इस नमो भारत कॉरिडोर में 42 किलोमीटर के रूट पर ट्रेन का संचालन जारी है.
नमो भारत कॉरिडोर
5 जनवरी को 13 किमी के अतिरिक्त कॉरिडोर का उद्घान पीएम नरेन्द्र मोदी करेंगे. साहिबाबाद और मेरठ दक्षिण के बीच पहले से ही 42 किलोमीटर का मार्ग चालू है. इसमें 9 स्टेशन शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 अक्टूबर 2023 को दिल्ली-मेरठ नमो भारत रैपिड रेल कॉरिडोर का उद्घाटन किया था.
ये कॉरिडोर भारत का पहला नमो भारत कॉरिडोर है. अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नमो भारत कॉरिडोर के अतिरिक्त हिस्से का उद्घाटन करेंगे. इस उद्घाटन के साथ ही नमो भारत कॉरिडोर 55 किलोमीटर तक हो जाएगा. इसमें दिल्ली से मेरठ के बीच कुल 11 स्टेशन होंगे.
40 मिनट में मेरठ
मिली जानकारी के अनुसार, 5 जनवरी को शाम 5 बजे से दिल्ली से यात्रियों के लिए नमो भारत ट्रेनें हर 15 मिनट में उपलब्ध होंगी. न्यू अशोक नगर से मेरठ दक्षिण तक का किराया सामान्य कोच के लिए 150 रुपए और प्रीमियम कोच के लिए 225 रुपए होगा.
दिल्ली से मेरठ की यात्रा को एक तिहाई कम करने वाले इस कॉरिडोर के चालू किया जा रहा है. इससे करीब 40 मिनट में न्यू अशोक नगर से मेरठ दक्षिण पहुंचा जा सकेगा. अब तक नमो भारत ट्रेन में 50 लाख से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं. इस कॉरिडोर के अन्य खंडों पर भी निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है.
अंडरग्राउंड चलेगी नमो भारत
नमो भारत कॉरिडोर के इस नए हिस्से का 6 किलोमीटर मार्ग अंडरग्राउंड है. इसमें आनंद विहार स्टेशन भी शामिल है. यह पहली बार है कि जब नमो भारत ट्रेनें अंडरग्राउंड रूट पर चलेंगी. न्यू अशोक नगर में एक ऊंचा स्टेशन भी है. ये दोनों स्टेशन दिल्ली में ही हैं.
नमो भारत परियोजना के अनुसार, मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन को अधिक अहमियत दी गई है. पीएम गति शक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अनुसार, इस परियोजना का मकसद यात्रियों के लिए यात्रा को सहज और सुलभ बनाना है.
आनंद विहार स्टेशन का निर्माण तकनीकी रूप से चुनौतियों से भरा था लेकिन नए तकनीकी उपायों और तरीकों से इसे साकार किया गया. इस स्टेशन से यात्रियों को मेट्रो, आईएसबीटी और रेलवे स्टेशन के माध्यम से देश के किसी भी कोने में यात्रा करने की सुविधा मिलेगी.