दिल्ली में बीते कुछ दिनों से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में दिल्ली वालों की चिंता भी लगातार बढ़ रही है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' से 'गंभीर' हो रही है. दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे की वजह से लोगों की सांसें फूल रही हैं और आंखों में जलन हो रही है.
दिल्ली में तीन दिनों से गंभीर श्रेणी में है एक्यूआई
पिछले तीन दिनों से दिल्ली में एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में देखा गया, हालांकि रविवार की सुबह एक्यूआई थोड़ा सुधरकर 'बेहद खराब' श्रेणी में आ गया. वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) वर्तमान में नोएडा (यूपी) में 'बहुत खराब' श्रेणी में 349, गुरुग्राम (हरियाणा) में 'बहुत खराब' श्रेणी में 304 है. वहीं दिल्ली का एक्यूआई इस समय 339 पर 'बहुत खराब' श्रेणी में है.
स्कूल में बंद तो दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम
वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक अच्छा माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, और 300 से 400 तक इसे बहुत खराब माना जाता है और 400 से 500 या इससे ऊपर के स्तर को गंभीर माना जाता है. दिल्ली में प्राथमिक स्कूलों को शनिवार को बंद करने की घोषणा की गई. वहीं सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में भी केवल 50 प्रतिशत लोगों को काम करने की सलाह दी गई है.
ब्लेम गेम नहीं एक्सन का समय है: केजरीवाल
केजरीवाल और मान ने कहा कि आप की सरकार पंजाब और दिल्ली में है. यह समय उंगली उठाने या एक-दूसरे को गाली देने का नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर वे कहते हैं कि केजरीवाल जिम्मेदार हैं और हम कहते हैं कि वे जिम्मेदार हैं, तो इससे एनसीआर में धुंध की समस्या का समाधान नहीं होगा. उन्होंने कहा, "हम दोषारोपण का खेल नहीं खेलना चाहते, हम (एनसीआर में धुंध के लिए) जिम्मेदार हैं."
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार वाहनों के उत्सर्जन से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली में वाहनों के चलने के लिए सम-विषम नियमों को लागू करने पर भी विचार कर रही है.