स्वामीनारायण संप्रदाय के बीएपीएस समुदाय के जरिए प्रमुख स्वामी महाराज के सतआयु के मौके पर शताब्दी महोत्सव मनाया जा रहा है. इस मौके पर एक महीने में अहमदाबाद के रिंग रोड पर एक पुरा नगर बसाया जा रहा है, जिसमें एक महीने में 55 से 60 लाख लोग हिस्सा लेंगे. शताब्दी महोत्सव का आयोजन एक महीने के लिए किया गया है, जिसमें 15 डिसम्बर से लेकर 15 जनवरी तक का ये पूरा महोत्सव होगा. जिस के लिए दुनियाभर में फैले स्वामीनारायण संप्रदाय के लोग गुजरात के अहमदाबाद पहुंच रहे हैं. 15 डिसम्बर को खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अहमदाबाद में शताब्दी महोत्सव की शुरुआत करेंगे. इस कार्यक्रम में दुनिया के 21 देशों के वीआईपी शामिल होंगे.
विदेशों से भारत आए हजारों लोग होंगे शामिल
कनाडा से अहमदाबाद आए मीत मोदी का कहना है की, प्रमुखस्वामी महाराज ने अपने पुरा जीवन हमारे लिए समर्पित कर दिया है, तो क्या एक महीना हम उनके लिए समर्पित नहीं कर सकते? सिर्फ इसी सोच के साथ हजारों प्रोफेशनल और देश विदेश के लाखों भक्त गुजरात पहुंच रहे हैं. कई लोग ऐसे हैं, जो विदेशों में अपनी अच्छी नौकरी को छोड यहां पर आएं हैं. इस एक महीने के शताब्दी महोत्सव के लिए कुल 80 हजार वोलेनटियर यहां पर सेवा देने के लिए पहुंचे हैं. जिस में 1300 महिलाएं भी हैं. जो की प्रेमवती नाम से बनाए गये, लाखों लोगों के लिए खाने की व्यवस्था को मैनेज करेंगे.
एक महीने तक चलेगा महोत्सव
600 एकड़ में एक महीने तक चलने वाले इस आयोजन को प्रमुखस्वामी महाराज नगर नाम दिया गया हैं. जहां पर 280 फीट के बनाए संत द्वार से एन्ट्री के बाद 30 फीट उंची प्रमुख स्वामी महाराज की मूर्ति दिखाई देगी. समाज के प्रत्येक स्तर से आने वाले लाखों देश विदेश के भक्तों को प्रमुख स्वामी महाराज को हदयपूर्वक भाव पूर्व श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. साथ ही प्रमुख स्वामी महाराज के वैश्विक जीवन- कार्य- संदेश तथ सनातन सांस्कृतिक मूल्यों को यहां पर देखेंगे, जो उनके जीवन में प्रेरणा स्वरुप होंगे.
नगर में आकर्षण के कई केन्द्र होंगे
इस पुरे नगर में आकर्षण के कई केन्द्र होंगे. जैसे- 380 फीट लम्बा, 51 फीट उंचा नगर का मुख्य प्रवेशद्वार, संतद्वार में आदिशंकराचार्यजी, तुलसीदासजी, स्वामी विवेकानंदजी, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर आदि महान विभूतियों की पूर्ण कद की 28 प्रतिमाएँ, 116 फीट लंबे और 38 फीट उंचे, 6 कलात्मक भव्य प्रवेशद्वार, प्रत्येक प्रवेशद्वार के पास प्रमुखस्वामी महाराज के जीवन और कार्य का चित्रात्मक परिचय.
स्वामीनारयण अक्षरधाम दिल्ली की 67 फीट उंची प्रतिकृति- देश और दुनिया में 1200 से अधिक मंदिरों के अद्वितीय सर्जक प्रमुख स्वामी महाराज के विशिष्ट सर्जन दिल्ली अक्षरधाम की प्रतिकृति के द्वारा प्रमुखस्वामी महाराज के युगकार्य को अंजलि दी गई है. उल्लेखनीय है कि 2007 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दिल्ली अक्षरधामको 'वर्ल्डस लार्जेस्ट कंप्रिहेंसिव हिंदू टेंपल' के रूप में घोषित किया गया था और प्रमुख स्वामी महाराज को विश्व में सबसे अधिक हिंदू मंदिरों के निर्माता के रूप में गिनीज बुक की ओर से दूसरा अवार्ड भी प्रदान किया गया था.
प्रमुख ज्योत उध्यान ग्लो गार्डन की खासियत
पूर्णकद के पशु, पक्षी, वृक्ष और आकर्षक प्रतीकों के द्वारा प्रमुख स्वामी महाराज के संदेशशास्त्रों में श्रद्धा, गुरु में श्रद्धा, राष्ट्रप्रेम, और विश्व बंधुत्व की प्रस्तुति करने वाला 30 एकर में फैला हुआ नयन रम्य और प्रभावक ज्योति उद्यान भी इस जगह की खासियत है. 70 एकर में फैली भव्य बालनगरी- 4000 बाल स्वयं सेवक के जरिए स्वयं सेविकाओं द्वारा संचालित होती है. लाईट एंड साउंड शो के जरिए 300 बालक युवाओं के अभिनय 3D प्रोजेक्शन टेक्निक होगी. जिसकी क्षमता 25000 व्यक्तियों की रहेगी. इसके अलावा नारी उत्कर्ष मंडप भी बनाया गया है, जहां महिला सभाओं का आयोजन होगा, महिला सशक्तिकरण पर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा.