International Yoga Day 2022: दुनियाभर में है Yoga Day की तैयारी, जानिए क्या है मोदी कैबिनेट का प्लान

Yoga Day 2022: 21 जून को इंटनरनेशनल योग दिवस मनाया जाता है और इस बार आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. इस बार योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम तो कर्नाटक के मैसूर में होना है. जहां पीएम मोदी खुद मौजूद रहेंगे. लेकिन इसके अलावा देशभर में 75 खास जगहों पर योग दिवस के भव्य कार्यक्रम आयोजित होंगे. इन जगहों में चित्तौड़ और रणथंभौर के दुर्ग से लेकर खजुराहो, त्रयंबकेश्वर मंदिर और हरि की पौड़ी तक शामिल हैं. खास बात ये भी है कि इन सभी 75 कार्यक्रमों में सरकार के 75 मंत्री आम लोगों के साथ योग करेंगे.

योग दिवस पर पीएम मोदी (फाइल तस्वीर)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2022,
  • अपडेटेड 8:18 PM IST
  • 21 जून को है इंटरनेशनल योगा डे
  • देशभर में 75 खास जगहों पर कार्यक्रम

21 जून की दस्तक के साथ ही दुनिया एक बार फिर योग के इस महोत्सव की तैयारियों में जुट गई है. कोरोना काल की अग्निपरीक्षा से गुज़र कर पूरे दो साल बाद, दुनिया भर में आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. भारत में इस बार का योग दिवस और भी खास इसलिए है, क्योंकि इसे आज़ादी के अमृतवर्ष में मनाया जा रहा है. लिहाजा त्रयंबकेश्वर मंदिर से लेकर स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी तक, हर की पौड़ी से लेकर रणथंभौर दुर्ग तक, खजुराहो के ऐतिहासिक मंदिरों से लेकर ग्वालियर के किले तक देश भर में योग दिवस को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं.

योग दिवस पर मोदी कैबिनेट की तैयारी-

योग दिवस को लेकर केंद्र सरकार ने सभी केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है. योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री समेत सभी कैबिनेट मंत्री योग देश में अलग-अलग जगहों पर योग कार्यक्रमों में भाग लेंगे. केंद्र सरकार के 75 मंत्री देश की 75 चिन्हित जगहों पर योग कार्यक्रमों का हिस्सा बनेंगे. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैसूर में ऐतिहासिक मैसूर पैलेस मैदान में 15 हजार लोगों के साथ योग करेंगे. तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र के नासिक में त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले योग कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.

विदेश मंत्री एस जयशंकर दिल्ली के लोटस टेंपल में योग करेंगे. तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दिल्ली के जंतर मंतर में आयोजित योग कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नागपुर में लोगों के साथ योग करेंगे, जबकि स्मृति ईरानी लखनऊ रेजीडेंसी में योग करती नज़र आएंगी. इनके अलावा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश के खजुराहो में तो केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा किले में योग करेंगे.

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव राम लला की नगरी अयोध्या में योग कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे. तो वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह उत्तराखंड के हरिद्वार में हर की पौड़ी पर योग करेंगे. जबकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने परिवार की विरासत से जुड़े ग्वालियर किले में योग करेंगे.

योग फॉर ह्यूमैनिटी है थीम-
इस बार का योग दिवस हर वर्ग के लिए खास होने जा रहा है. इस बार के योग दिवस की थीम योग फॉर ह्यूमैनिटी है. जिसका मतलब है मानवता के लिए योग. इस साल इसी थीम को ध्यान में रखते हुए पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाएगा. इसके चलते भारत में भी सरकार ने विकलांग, ट्रांसजेंडर, महिलाओं और बच्चों के लिए योग के खास कार्यक्रम तैयार किए हैं. दुनिया भर में हो रही तैयारियों को देखते हुए फिलहाल यही कहा जा सकता है कि पूरे दो साल बाद इस बार का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बेहद भव्य और खास होने जा रहा है.

दुनिया में योग दिवस-
आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सारा भारत ही नहीं, बल्कि पूरा विश्व योगमय होने जा रहा है. इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं. 

लेबनान-
वैसे योग दिवस से पहले केवल देश ही नहीं, बल्कि देश की सीमाओं के बाहर भी योग के लिए दीवानगी का दीदार हुआ. लेबनान के लोगों में योग दिवस के लेकर इतना उत्साह है कि वहां 19 जून से ही योग डे का सेलेब्रेशन शुरू हो गया. इस मौके पर लेबनान के बेरूत और बिब्लोस में बड़े पैमाने पर योग कार्यक्रम आयोजित हुए.

अमेरिका-
इसी तरह अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में भी योग दिवस की शुरुआत पहले ही कर दी गई. वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास ने योग कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.

योग दिवस की शुरुआत-
भारत समेत दुनिया के कई देशों में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था. जिस तरह दुनिया को भारत ने ही योग के रूप में आरोग्य के अमृत का रास्ता दिखाया है, उसी तरह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत के पीछे भी भारत का ही हाथ है.

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 सिंतबर 2014 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में पेश किया था
  • यह प्रस्ताव तीन महीने से भी कम समय में यूएन की महासभा में पास हो गया था. आम तौर पर इतनी जल्द सहमति बन नहीं पाती है. कई प्रस्ताव तो सालों तक पास नहीं हो पाते.
  • इस प्रस्ताव पर न केवल सहमति बनी. बल्कि 193 देशों में से 177 देशों ने बिना किसी वोटिंग के इस प्रस्ताव को ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया.
  • संयुक्त राष्ट्र की महासभा में किसी भी प्रस्ताव को इतनी बड़ी संख्या में मिला समर्थन अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया.   इससे पहले किसी भी प्रस्ताव को इतने बड़े पैमाने पर इतने देशों का समर्थन नहीं मिला था.
  • इस प्रस्ताव के लिए कई वैश्विक नेताओं के साथ-साथ कई आध्यात्मिक नेताओं ने भी पीएम मोदी का समर्थन किया था.
  • 11 दिसंबर 2014 संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अशोक मुखर्जी ने प्रस्ताव का मसौदा पेश किया.
  • 177 देशों ने इस प्रस्ताव को सह-प्रायोजित किया. ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड था. 
  • आखिरकार11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून की तारीख को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित कर दिया.

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