निकोटीन गम और पैच खरीदने के लिए जल्द होगी Prescription की जरूरत, अभी क्या हैं नियम, जानिए

नवंबर 2018 में DTAB ने 2 मिलीग्राम निकोटीन वाले सभी निकोटीन फॉर्मूलेशन के लिए छूट देने वाले नियमों में संशोधन करने का फैसला किया था. इसके लिए एक मसौदा तैयार कर स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया था. Proposed Amendment में सभी निकोटीन रिप्लेसमेंट थैरेपी ओटीसी बिक्री के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे.

Prescription for nicotine gum
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 जून 2023,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST
  • निकोटीन गम और पैच खरीदने के लिए Prescription की जरूरत
  • बैन के बावजूद हो रही धड़ल्ले से इस्तेमाल

निकोटीन गम, लोजेंज और पैच सहित निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एनआरटी) के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए सरकार 2 मिलीग्राम और 4 मिलीग्राम तक निकोटीन वाले सभी फॉर्मूलेशन के लिए Prescription अनिवार्य करने पर विचार कर रही है. ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड (डीटीएबी) ने पिछले महीने हुई एक बैठक में इस मामले पर बातचीत की है.

नवंबर 2018 में DTAB ने 2 मिलीग्राम निकोटीन वाले सभी निकोटीन फॉर्मूलेशन के लिए छूट देने वाले नियमों में संशोधन करने का फैसला किया था. इसके लिए एक मसौदा तैयार कर स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया था. Proposed Amendment में सभी निकोटीन रिप्लेसमेंट थैरेपी को ओटीसी बिक्री के माध्यम से उपलब्ध कराए जाने की बात कही गई थी यानी वो दवाएं जिसे खरीदने के लिए डॉक्टर के पर्चे की जरूरत नहीं पड़ती है.

निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी

स्वास्थ्य मंत्रालय के तंबाकू नियंत्रण प्रभाग (टीसीडी) ने इसकी जांच की और राय दी कि इस छूट से धूम्रपान छोड़ने वालों की एनआरटी (निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी) तक पहुंच बढ़ सकती है और इससे जोखिम भी पैदा हो सकते हैं. क्योंकि कुछ एनआरटी काउंटर पर मुहैया कराए जाते हैं. इसमें कहा गया है कि एनआरटी का इस्तेमाल नशे के आदि लोगों को तम्बाकू छोड़ने के बजाय निकोटीन Substitution के लिए किया जा सकता है. बता दें, NRT में निकोटीन पैच, च्युइंग गम, कैंडी, इनहेलर, नेजल स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है. इस तरह की चीजें व्यक्ति को दोबारा धूम्रपान शुरू करने से रोकती हैं.

बैन के बावजूद हो रही धड़ल्ले से इस्तेमाल

भारत ने 2019 में अधिनियम लाकर ई सिगरेट (उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण, भंडारण और विज्ञापन) पर प्रतिबंध लगा दिया था. सरकार ने ई-सिगरेट के अलावा उन सभी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया था जो इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम (ENDS) के तहत आते हों. बावजूद, ये तंबाकू की दुकानों और ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हैं और 18 साल से कम उम्र वालों को बेची जाती हैं. कुछ धूम्रपान करने वाले लोग पारंपरिक नशा छोड़ने के लिए आज भी ENDS उत्पादों का उपयोग करते हैं. इसलिए टीसीडी डिवीजन ने 2 मिलीग्राम या 4 मिलीग्राम तक के निकोटिनिक के सभी फॉर्मूलेशन की आपूर्ति प्रिस्क्रिप्शन पर ही उपलब्ध कराने पर विचार किया है. डीटीएबी ने इनपुट देने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद से भी सुझाव मांगा है. डीटीएबी जल्द ही इसपर फैसला कर सकती है.

अभी क्या हैं नियम

औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियम, 1945 की अनुसूची K के मौजूदा प्रावधानों के अनुसार, 2 मिलीग्राम तक निकोटीन युक्त निकोटीन गम और लोजेंज को बिक्री लाइसेंस से छूट दी गई है और इन उत्पादों को खरीदने के लिए किसी रजिस्टर्ड डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत नहीं है. वर्तमान में, 2 मिलीग्राम का पैक ओटीसी है, जबकि 4 मिलीग्राम के लिए डॉक्टर के पर्चे की जरूरत होती है.

भारत में NRT मार्केट खूब फल फूल रहा है. एनआरटी करीब 200 करोड़ रुपये का बाजार है जो 10 फीसदी की मजबूती से बढ़ रहा है. सिप्ला, स्ट्राइड्स कंज्यूमर और रुसन फार्मा इसके की प्लेयर्स हैं. एनआरटी थेरेपी का इस्तेमाल तंबाकू छोड़ने वाली आबादी का 1% हिस्सा ही करता है.
 

 

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