President Gallantry medal: राष्ट्रपति पदक के लिए चुने गए उत्तर प्रदेश के IPS अफसर प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी

डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को प्रेसिडेंट गैलेंट्री का यह यह चौथा पदक है. उन्हें इससे पहले भी कई पदक मिल चुके हैं. उनके साथ ही वर्तमान में एनएसजी में तैनात डीआईजी मंजिल सैनी को इस बार वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक दिया जाएगा.

IPS Officers
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 25 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST
  • किडनैपिंग का था केस 
  • 5 करोड़ की मांगी गई थी फिरौती 

गणतंत्र दिवस के मौके पर वीरता के लिए पुलिस फोर्स को मेडल्स दिए जाते हैं. इसबार वीरता के लिए सबसे बड़े पदक, राष्ट्रपति पुलिस मेडल के लिए उत्तर प्रदेश के दो आईपीएस अफसरों को चुना गया है. यूपी के डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार और वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एनएसजी में तैनात डीआईजी मंजिल सैनी को इस बार वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक दिया जाएगा. हालांकि, पदक मिलने के पीछे भी एक बड़ी घटना थी जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश पुलिस के इन दो जांबाज अफसर को वीरता का पुलिस पदक मिला है. 

किडनैपिंग का था केस 

6 जुलाई 2017 को जब प्रशांत कुमार एडीजी जोन मेरठ और मंजिल सैनी एसएसपी मेरठ थीं, तब दिल्ली स्थित प्रीत विहार के मेट्रो हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ श्रीकांत गौड़ का अपहरण कर 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी. दिनदहाड़े हुई इस किडनैपिंग की जानकारी दिल्ली पुलिस ने ADG मेरठ प्रशांत कुमार और एसएसपी मेरठ मंजिल सैनी को दी गई. 

5 करोड़ की मांगी गई थी फिरौती 

दिल्ली पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर जब अपराधियों की लोकेशन ट्रेस की गई तो 19 जुलाई, 2017 को जब मेरठ में कांवड़ मेला शिखर पर था, उस दौरान एक मुठभेड़ के बाद डॉ श्रीकांत गौड़ को सकुशल बरामद किया गया और 4 अपहरणकर्ताओं को जिनके द्वारा 5 करोड़ फिरौती की मांग की गयी थी, उन्हें मौके से गिरफ्तार किया गया था. जिनके कब्जे से अवैध 1 पिस्टल, 1 पौनिया राइफल तथा प्रयुक्त व जीवित कारतूस बरामद हुए. इस मुठभेड़ के लिए प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी को राष्ट्रपति द्वारा गणतंत्र दिवस 2024 के अवसर पर "गैलेंट्री मेडल" से सम्मानित किया जाएगा. मंजिल सैनी 2005 बैच की आईपीएस अफसर हैं. इन्हें यूपी पुलिस में 'लेडी सिंघम' के तौर पर जाना जाता है.

डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार को प्रेसिडेंट गैलेंट्री का यह यह चौथा पदक है. उन्हें इससे पहले भी कई पदक मिल चुके हैं-

1. सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक, 2007

2. दीर्घकालीन सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक, 2014

3. उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक, 2018

4. मुख्यमंत्री का कुंभ मेला पदक, 2019

5. पराक्रम पदक, 2020

6. वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक, 2020

7. भारत सरकार का उत्कृष्ट सेवा पदक, 2021

8. वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक प्रथम बार, 2021

9. वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक द्वितीय बार, 2022

10. डीजी, सीआईएसएफ कमंडेशन डिस्क, 2011

11. डीजी, आईटीबीपी कमंडेशन डिस्क सिल्वर, 2012

12. डीजी, आईटीबीपी कमंडेशन डिस्क गोल्ड, 2012

13. डीजी, यूपी कमंडेशन डिस्क सिल्वर, 2018 14. डीजी, यूपी कमंडेशन डिस्क गोल्ड, 2019

15. डीजी, यूपी कमंडेशन डिस्क प्लेटिनम, 2020 दिया जा चुका है.

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