भारतीय सेना के लिए आज का दिन खास है. दरअसल आज ही सेना की सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड यानी राष्ट्रपति अंगरक्षक दल को सिल्वर ट्रंपेट और बैनर प्रदान करेंगी. देश में प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड की स्थापना के 250 साल पूरे हुए हैं. लिहाजा, सेना की इस टुकड़ी के लिए यह मौका काफी अहम है. इस कार्यक्रम की फुल ड्रेस रिहर्सल कल राष्ट्रपति भवन परिसर में की गई.
डेढ़ घंटे तक चलने वाले इस समारोह में पीबीजी राष्ट्रपति के सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर को स्वीकार करेगा. समारोह के दौरान पहली बार पूर्व सैनिक परेड करेंगे और प्रदर्शन के लिए घोड़ों पर एलईडी लाइट का प्रदर्शन किया जाएगा.
अंगरक्षक दल को पूरे हुए 250 साल
इस बार ये मौका बेहद खास है, क्योंकि भारत में राष्ट्रपति के अंगरक्षक दल के अब 250 साल पूरे हुए हैं. प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड को भारतीय सेना की इकलौती ऐसी सैन्य इकाई होने का गौरव प्राप्त है, जो राष्ट्रपति के सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर को लेकर चलती है, क्योंकि भारतीय सेना के सुप्रीम कमांडर होने के नाते राष्ट्रपति की यह अपनी सैन्य टुकड़ी है, जो पूरी तरह से उन्हीं के लिए तैनात रहती है.
अंगरक्षक दल को ट्रम्पेट बैनर सौंपेंगी राष्ट्रपति
यह कार्यक्रम डेढ़ घंटे तक चलेगा. इस दौरान अंगरक्षक दल को, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर सौंपेंगी. इसके बाद प्रेजेंटेशन परेड होगी और फिर एक ऑडियो विजुअल प्रस्तुति होगी, जिसमें सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर के इतिहास और महत्व के साथ-साथ राष्ट्रपति के अंगरक्षक दल के बारे में बताया जाएगा. लेकिन इस कार्यक्रम में सबसे खास आकर्षण LED की रोशनी पर अंगरक्षक दल के घोड़ों के कौशल की नुमाइश है, जिसके लिए उन्हें खास तरीके से प्रशिक्षित किया गया है.
तो घोड़े तैयार हैं, अंगरक्षक दल के घुड़सवार भी तैयार हैं और ये पूरी फौजी टुकड़ी तैयार है. कुल मिलाकर कार्यक्रम की तैयारी पूरी है और अब इंतजार आज शाम के उन पलों का है जब राष्ट्रपति के अंगरक्षक दल को सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर मिलेगा. ये घुड़सवार और घोड़े इसी तरीके से अपने हुनर और कौशल की अनूठी नुमाइश करेंगे.