कोरोना की तीसरी लहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इमरजेंसी मीटिंग की. पीएम आवास पर तीन घंटे तक चली इस वर्चुअल मीटिंग में देश में कोरोना के हालात की समीक्षा की गई. राज्यों के हालात पर चर्चा हुई. आगे की रणनीति क्या होगी इस पर भी सलाह मशविरा किया गया. पीएम मोदी ने कोरोना नियमों का पालन कराने को कहा.
इस इमरजेंसी मीटिंग की अहमियत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि एक साथ गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, गृह सचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, कोरोना टास्क फोर्स फोर्स प्रमुख वीके पॉल, आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, आईसीएमआर के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव, केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन समेत कई अधिकारी शामिल हुए. मनसुख मांडविया अब सोमवार को एमपी, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे.
दरअसल कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से डर पैदा कर रही है. दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में संक्रमण का आंकड़ा पहली बार डेढ़ लाख के आंकड़े को पार कर गया है.
24 घंटे में संक्रमण के 1 लाख 59 हजार 424 केस सामने आए हैं और 327 लोगों की जान चली गई. महाराष्ट्र में 24 घंटे में 40 हजार से ज्यादा केस आए. दिल्ली में ये आंकड़ा 22 हजार के करीब रहा.
मिशन मोड में चलाया जाए वैक्सीनेशन अभियान
मीटिंग में पीएम ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पर जोर देने का खासतौर पर निर्देश देते हुए कहा कि वैक्सीनेशन अभियान मिशन मोड में चलाया जाए. साथ ही 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन को भी तेज करने को कहा गया. सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि काफी संख्या में हेल्थ वकर्स संक्रमित हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री की इमरजेंसी मीटिंग में इस बात पर भी अधिकारियों संग चर्चा की गई. मीटिंग में टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर देने को कहा गया. दवाइयों और ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी निर्देश दिए गए. पीएम मोदी ने निर्देश दिया कि जिला स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त की जाएं.
प्रधानमंत्री ने हालात की जानकारी लेने के साथ सरकार की तैयारियों का जायजा भी लिया. पीएम मोदी जल्द ही मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे और कोरोना संकट से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे. इससे पहले पीएम मोदी ने 22 दिसंबर को देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अफसरों के साथ हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की थी.