महिलाएं हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रही है चाहे वो रोजगार के क्षेत्र में हो धार्मिक क्षेत्र में हो या फिर अब महाकुंभ में स्नान करने को लेकर हो. ऐसी ही तस्वीर समस्तीपुर रेलमंडल के अलग अलग स्टेशनों से सामने आई है, जहां महाकुंभ में स्नान करने के लिए सबसे ज्यादा भागीदारी महिलाओं की दिख रही है और वह भी अकेले, बिना किसी पुरूष के सहारे के.
महिलाएं अलग-अलग झुंड बनाकर काफी संख्या में महाकुंभ में स्नान करने के लिए प्रयागराज जाने के लिए समस्तीपुर जयनगर दरभंगा और सहरसा स्टेशन पर पहुंच रही है. स्टेशन हो या ट्रेन सब जगह महिला श्रद्धालुओं की भीड़ देखने के मिल रही है. समस्तीपुर स्टेशन पर बनाए गए होल्डिंग एरिया में भी काफी संख्या में महिलाएं ट्रेन के इंतज़ार में आराम करती दिख रही थी. डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने भी माना कि महाकुंभ में स्नान करने जाने वालों में सबसे अधिक संख्या महिलाओं की है.
महिलाओं की सबसे ज्यादा भागीदारी
बता दें कि मौनी अमावस्या, माघी पूर्णिमा और अब महाशिवरात्रि में महाकुंभ स्नान करने जाने वाले श्रद्धालुओं में सबसे अधिक भागीदारी महिलाओं की ट्रेनों में देखी गई है. मिथिलांचल क्षेत्र और मां जानकी के मायके जनकपुरधाम से काफी संख्या में महिला श्रद्धालु अलग -अलग टोली बनाकर खाने-पीने का सामान सिर पर लेकर समस्तीपुर स्टेशन ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंच रही थी. ये आस्था ही है कि महिलाएं बेझिझक महाकुंभ की ओर चल पड़ी है.
मंडल के स्टेशनों पर भी इन महिलाओं के सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए है. महिलाओं को लाइन में लगाकर पहले ट्रेन में चढ़ाया जा रहा है. जिस कारण आसानी से ट्रेन के अंदर महिलाओं को जगह मिल जा रही है. महिला श्रद्धालु कहती हैं कि हम महिलाएं पूजा पाठ में ज्यादा विश्वास रखते है और 144 साल बाद महाकुंभ में स्नान करने का मौका आया है तो इसमे पीछे कैसे रह सकती हैं? उत्साह से लबरेज महिला श्रद्धालुओं का आस्था की डोर काफी मजबूत देंखने को मिल रही है.
28 कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाई गई
समस्तीपुर रेलमंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने भी माना कि अबतक 28 कुंभ स्पेशल चलाई गई है. जिसमे सबसे अधिक संख्या में महिलाएं महाकुंभ स्नान के लिए जा रही है. डीआरएम ने बताया कि हमने भी देखा है कि जयनगर, दरभंगा, सहरसा और समस्तीपुर में बिना पुरूषों के सात-आठ के ग्रुप में महिलाएं महाकुंभ स्नान के लिए जा रही है.
यह भीड़ दर्शाती है कि कितनी आस्था और विश्वास है उनके अंदर है कि इस देश मे महिलाएं अकेले इतनी मेहनत करके प्रयागराज जाकर स्नान करके वापस आने में सक्षम है. महिलाओं के लिए पूरी सुरक्षा व्यवस्था है उनके लिए पंडाल बनाया गया है. हर स्टेशन पर 50 से अधिक सुरक्षा कर्मी लगे हुए है. भगवान से प्रार्थना करते है कि सकुशल सभी महिलाओं का तीर्थ महाकुंभ स्नान हो जाएं.