Train Ticket Price: क्या है रियायती किराया योजना, क्यों लाई गई, जानिए कैसे एसी ट्रेन के टिकटों की कीमत 25 फीसदी हो जाएगी कम

Discounted Fare Scheme: ट्रेनों में सीटों का पूरा उपयोग करने के उद्देश्य से रियायती किराया योजना लाई गई है. इसके तहत एसी ट्रेन टिकटों की कीमतें 25 फीसदी तक सस्ती की जाएंगी. यह छूट तत्काल प्रभाव से लागू होगी. 

Vande Bharat Train (file photo)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 09 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 11:52 AM IST
  • 25 प्रतिशत की छूट मूल किराए पर मिलेगी
  • स्पेशल ट्रेनों पर यह योजना नहीं होगी लागू 

ट्रेनों से सफर करने वालों को सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है. रेलवे बोर्ड ने ऐलान किया है कि वंदे भारत सहित सभी ट्रेनों के एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव क्लास के किराए में कटौती की जाएगी. रेल मंत्रालय इसके लिए नई योजना लेकर आया है. इसका नाम रियायती किराया योजना है. इसके तहत एसी ट्रेन टिकटों की कीमतें 25 फीसदी तक सस्ती की जाएंगी. यह छूट तत्काल प्रभाव से लागू होगी. 

सीटों का होगा पूरा उपयोग 
ट्रेनों में सीटों का पूरा उपयोग करने के उद्देश्य से यह योजना लाई गई है. इसके लिए जोनल रेलवे को अधिकार दे दिए गए हैं. किराए में यात्रियों की संख्या के आधार पर कटौती की जाएगी. रियायती दरें केवल उन ट्रेनों के किराए पर लागू होंगी, जिनमें पिछले 30 दिनों के दौरान 50 प्रतिशत सीटें ही भर पाई थीं. इनमें वंदे भारत, अनुभूति और विस्टाडोम बोगियों वाली ट्रेनें भी शामिल हैं. ट्रेनों का किराया कॉम्पिटिटिव मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट पर भी निर्भर करेगा. 

बेसिक फेयर में मिलेगी छूट
रेलवे बोर्ड ने कहा कि किराए में अधिकतम 25 प्रतिशत की छूट मूल किराए पर मिलेगी. इसके अलावा अन्य शुल्क जैसे आरक्षण शुल्क, सुपर फास्ट सरचार्ज, जीएसटी आदि ये सब वर्तमान की तरह ही लिए जाएंगें. खाली सीटों के आधार पर किसी या सभी श्रेणियों में यह छूट दी जा सकती है. छूट यात्रा के प्रारंभिक चरण, यात्रा के अंतिम चरण, मध्यवर्ती सेक्शनों या यात्रा की शुरुआत से आखिर तक के लिए प्रदान की जा सकती है. बशर्ते कि उस चरण/सेक्शन/प्रारंभ से अंत तक, जैसा भी मामला हो, के दौरान ऑक्यूपेंसी 50 फीसदी से कम हो.

योजना की नियमित की जाएगी समीक्षा
किराए में छूट शुरुआत में ट्रेन के आरंभिक स्टेशन वाले जोन के पीसीसीएम की ओर से तय की गई अवधि के लिए लागू की जाएगी. यह अधिकतम 6 महीने के लिए होगी. इस योजना में आगे की समीक्षा नियमित रूप से की जाएगी और ऑक्यूपेंसी के आधार पर छूट को संशोधित/विस्तारित/वापस लिया जा सकता है. रेलवे पास/रियायती वाउचर/विधायक/पूर्व विधायक कूपन/वारंट/सांसद/पूर्व सांसद/स्वतंत्रता सेनानी आदि पर पीटीओ/किराए में अंतर पर टिकट मूल श्रेणीवार किराए पर बुक किए जाएंगे, न कि रियायती किराए पर.

...तत्काल कोटा निर्धारित नहीं किया जाएगा
यदि यात्रा के प्रारंभ से अंत तक छूट प्रदान की जाती है तो ऐसी ट्रेनों में तय अवधि के लिए तत्काल कोटा निर्धारित नहीं किया जाएगा. इसके अलावा, यदि ट्रेन की आंशिक यात्रा के लिए छूट प्रदान की जाती है, तो यात्रा के उस हिस्से के लिए तत्काल कोटा प्रदान नहीं किया जा सकता है, जहां छूट दी गई है. पहला चार्ट तैयार हो जाने तक और वर्तमान बुकिंग के दौरान बुक किए गए टिकटों पर ही छूट दी जाएगी. टीटीई की ओर से रेल पर चढ़ जाने पर भी छूट दी जा सकती है. यह योजना स्पेशल ट्रेनों पर लागू नहीं होगी.

सीट बुक करा चुके यात्रियों को वापस नहीं होगा किराया
रेलवे के आदेशानुसार रियायती किराया तत्काल लागू होगा, लेकिन पहले से सीट बुक करा चुके यात्रियों को किराया नहीं लौटाया जाएगा. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि छुट्टियों या त्योहारों के मौसम में चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों पर यह योजना लागू नहीं होगी.

जून में वंदे भारत में केवल इतनी सीटें हुईं बुक
जून में भोपाल-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में केवल 29 प्रतिश सीट ही भरी हुई थीं. इंदौर-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस में केवल 21% ऑक्यूपेंसी रही. नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की करीब 55 प्रतिशत सीटें ही फुल हो पा रही हैं. सबसे ज्यादा कासरगोड-त्रिवेन्द्रम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्री सफर कर रहे हैं. देश भर में अब तक 25 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जा चुकी हैं. टॉप ऑक्यूपेंसी वाली वंदे भारत ट्रेनों में कासरगोड से त्रिवेन्द्रम (183%), त्रिवेन्द्रम से कासरगोड (176%), गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल (134%) शामिल हैं.

 

Read more!

RECOMMENDED